प्रतिका रावल को मिला विश्व कप विजेता पदक, जय शाह ने निभाई बड़ी भूमिका
punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 04:17 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाज प्रतिका रावल को आखिरकार 2025 महिला वनडे विश्व कप का विजेता पदक मिल गया है। वह फाइनल से पहले चोटिल होकर टीम से बाहर हो गई थीं, जिसके कारण उन्हें शुरू में पदक नहीं दिया गया था। लेकिन बीसीसीआई सचिव और आईसीसी चेयरमैन जय शाह के विशेष अनुरोध के बाद, प्रतिका को उनका हक का मेडल प्राप्त हुआ। उन्होंने इस सम्मान के लिए शाह और टीम प्रबंधन का आभार जताया और कहा कि यह पल उनके क्रिकेट जीवन का सबसे भावनात्मक क्षण है।
जय शाह के हस्तक्षेप से पूरी हुई खिलाड़ी की इच्छा
विश्व कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में टखने की चोट के कारण प्रतिका रावल टूर्नामेंट के अंतिम चरण से बाहर हो गई थीं। उनकी जगह ऑलराउंडर शेफाली वर्मा को टीम में शामिल किया गया था, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया और भारत को 52 रनों से ऐतिहासिक जीत दिलाई। आईसीसी नियमों के अनुसार केवल फाइनल के लिए पंजीकृत 15 खिलाड़ी ही पदक पाने के पात्र होते हैं, इस कारण प्रतिका को शुरू में मेडल नहीं मिला था। लेकिन जय शाह के हस्तक्षेप से आईसीसी ने उनके लिए एक विशेष पदक भेजा।
प्रतिका की खुशी और आभार
आईएएनएस से बातचीत में भावुक प्रतिका ने कहा, “अब मेरे पास मेरा खुद का वर्ल्ड कप मेडल है। जय शाह सर ने मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से आईसीसी से अनुरोध किया और आखिरकार मुझे यह सम्मान मिला। मैं पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ की आभारी हूं, जिन्होंने हमेशा मुझे इस जीत का हिस्सा महसूस कराया।” चोट लगने से पहले प्रतिका ने छह पारियों में 308 रन बनाकर टूर्नामेंट में भारत की दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी के रूप में अहम भूमिका निभाई थी।
वर्ल्ड कप जीत के बाद ऐतिहासिक पल
भारत की इस जीत के बाद महिला क्रिकेट टीम ने देशभर में सम्मान पाया। खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और कई अन्य हस्तियों से मुलाकात की। प्रतिका ने इस अनुभव को “जादुई” बताया। उन्होंने कहा, “हमने इतने सालों तक इस ट्रॉफी का सपना देखा था। जब भी हम उसे देखते हैं, तस्वीरें लेते हैं। कुछ साथी तो ट्रॉफी के साथ सो भी रहे थे। यह जीत हमारे लिए सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि भावनात्मक विजय है।”
महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत
भारत की इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल खिलाड़ियों बल्कि पूरे देश में महिला क्रिकेट के प्रति सम्मान और उत्साह को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया है। प्रतिका रावल जैसे खिलाड़ियों का संघर्ष और समर्पण इस बात का प्रमाण है कि भारतीय महिला क्रिकेट अब विश्व स्तर पर अपनी पहचान मजबूती से स्थापित कर चुका है। प्रतिका ने कहा, “यह पदक सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि हर उस खिलाड़ी के लिए है जो टीम का हिस्सा बनकर देश का नाम ऊँचा करने का सपना देखता है।”

