श्रीलंका के खिलाफ T20I सीरीज से पहले जेमिमाह रोड्रिग्स बोली : बढ़ी जिम्मेदारी, बढ़ीं उम्मीदें
punjabkesari.in Sunday, Dec 21, 2025 - 02:54 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय महिला क्रिकेट टीम विश्व कप जीतने के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैदान पर उतरने जा रही है और इससे पहले बल्लेबाज़ जेमिमाह रोड्रिग्स ने टीम की मानसिकता को लेकर अहम बात कही है। श्रीलंका के खिलाफ शुरू हो रही पांच मैचों की T20I सीरीज़ को लेकर जेमिमाह का मानना है कि खिताबी जीत के बाद टीम पर जिम्मेदारी कहीं ज्यादा बढ़ गई है। उन्होंने साफ कहा कि अब सिर्फ जीत का जश्न नहीं, बल्कि भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को लगातार बेहतर बनाना ही असली लक्ष्य है।
विश्व कप जीत के बाद बदला माहौल
जेमिमाह रोड्रिग्स के अनुसार, महिला विश्व कप जीत का असर सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज और फैंस के बीच भी साफ दिख रहा है। उन्होंने कहा कि अब ज्यादा लोग महिला क्रिकेट को पहचान रहे हैं और इस खेल में दिलचस्पी ले रहे हैं। जेमिमाह ने इसे विश्व कप की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक बताया, क्योंकि इससे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी और महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का मौका मिलेगा।
जीत पर गर्व, लेकिन नजर भविष्य पर
हालांकि टीम विश्व कप जीत पर गर्व महसूस कर रही है, लेकिन जेमिमाह ने साफ किया कि यह सफर की सिर्फ शुरुआत है। उन्होंने कहा कि अब टीम का फोकस आगे आने वाले बड़े टूर्नामेंट्स पर है, खासकर T20 वर्ल्ड कप पर। उनके मुताबिक, “अब जिम्मेदारी ज्यादा है क्योंकि उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। हमारा लक्ष्य सिर्फ एक ट्रॉफी जीतना नहीं, बल्कि अब तक की सबसे बेहतरीन भारतीय टीम बनना है।”
स्मृति मंधाना की सोच से सहमति
जेमिमाह ने उप-कप्तान स्मृति मंधाना के विचारों का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि विश्व कप जीत का असली असर शायद अभी महसूस न हो, लेकिन आने वाले सालों में इसका प्रभाव बहुत बड़ा होगा। यह जीत न सिर्फ मौजूदा खिलाड़ियों के लिए, बल्कि भविष्य की महिला क्रिकेटरों के लिए भी एक मजबूत नींव तैयार करेगी।
लगातार सुधार पर जोर
25 वर्षीय बल्लेबाज़ ने आत्मसंतुष्टि को सबसे बड़ा खतरा बताया। उनके अनुसार, सफलता के बाद सबसे जरूरी है कि खिलाड़ी खुद को बेहतर बनाते रहें। उन्होंने कहा कि सुधार की प्रक्रिया कभी नहीं रुकती और हर दिन थोड़ा-थोड़ा आगे बढ़ना ही एक सफल खिलाड़ी और टीम की पहचान है। खासतौर पर T20 फॉर्मेट में, जहां हर गेंद और हर ओवर अहम होता है, वहां तीव्रता और फोकस बेहद जरूरी है।
T20 क्रिकेट की चुनौतियां और रणनीति
जेमिमाह ने T20 क्रिकेट की रणनीतिक मांगों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह फॉर्मेट तेज़ रफ्तार का खेल है, जहां बल्लेबाज़ आक्रामक होते हैं और गेंदबाज़ों को बेहद सटीक होना पड़ता है। यॉर्कर, वाइड यॉर्कर और धीमी गेंदों का सही इस्तेमाल मैच का रुख बदल सकता है। उनके मुताबिक, T20 सिर्फ ताकत का नहीं, बल्कि समझदारी और तैयारी का भी खेल है।
श्रीलंका सीरीज : T20 वर्ल्ड कप की तैयारी
आगे देखते हुए, जेमिमाह ने श्रीलंका के खिलाफ T20I सीरीज़ को 2026 में इंग्लैंड में होने वाले T20 वर्ल्ड कप की तैयारी का अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि यह सीरीज़ टीम के लिए पहला बड़ा कदम है, जहां खिलाड़ी अलग-अलग परिस्थितियों, खासकर ओस और फ्लडलाइट्स में खेलने की चुनौती से गुजरेंगे।

