घरेलू क्रिकेट में रोहित शर्मा की धमाकेदार वापसी, विजय हजारे ट्रॉफी में डेब्यू के 17 साल बाद ठोका शतक
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 03:29 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार रोहित शर्मा ने घरेलू क्रिकेट में वापसी को यादगार बनाते हुए विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार शतक ठोक दिया। करीब सात साल बाद मुंबई की ओर से खेलते हुए रोहित ने सिक्किम के खिलाफ सिर्फ 62 गेंदों में शतक पूरा कर दिया। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में रोहित की बल्लेबाजी ने न सिर्फ दर्शकों को रोमांचित किया, बल्कि यह साबित कर दिया कि उनका क्लास और फॉर्म अब भी बरकरार है।
सिक्किम के खिलाफ आसान लक्ष्य, रोहित ने किया आक्रामक आगाज
मुंबई को सिक्किम ने 236 रनों का लक्ष्य दिया था। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित शर्मा ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने चौकों और छक्कों की झड़ी लगाते हुए रन गति को तेज रखा और सिक्किम के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया। उनकी बल्लेबाजी के सामने लक्ष्य बेहद आसान नजर आने लगा और मुंबई की जीत की राह शुरुआती ओवरों में ही साफ हो गई।
लिस्ट ए क्रिकेट में 37वां शतक, नया व्यक्तिगत रिकॉर्ड
यह शतक रोहित शर्मा के लिस्ट ए करियर का 37वां शतक रहा। खास बात यह रही कि वनडे फॉर्मेट में उनके कुल रन 14,000 के करीब पहुंच गए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 33 शतक लगाने वाले रोहित के लिए यह घरेलू स्तर पर भी एक बड़ी उपलब्धि रही। इसके साथ ही यह शतक उनके करियर का सबसे तेज लिस्ट ए शतक बन गया, जिसने 2023 वनडे वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 63 गेंदों में बनाए गए शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
स्टेडियम में उमड़ा जनसैलाब, माहौल बना अंतरराष्ट्रीय मैच जैसा
रोहित की पारी शुरू होने से कई घंटे पहले ही सवाई मानसिंह स्टेडियम के बाहर फैंस की भारी भीड़ जुटने लगी थी। सीमित क्षमता के बावजूद स्टेडियम लगभग भर चुका था। जैसे ही रोहित ने अपना पहला छक्का लगाया, पूरा मैदान शोर से गूंज उठा। दर्शकों के उत्साह को देखते हुए आयोजकों को अतिरिक्त स्टैंड खोलने पड़े। अनुमान के मुताबिक, मैच देखने के लिए 10,000 से ज्यादा फैंस मौजूद थे।
मुंबई के लिए दूसरा लिस्ट ए शतक, 17 साल बाद खास उपलब्धि
दिलचस्प तथ्य यह रहा कि यह शतक मुंबई के लिए रोहित शर्मा का सिर्फ दूसरा लिस्ट ए शतक है। विजय हजारे ट्रॉफी में उनका डेब्यू 2008 से पहले हुआ था, जब इस टूर्नामेंट को रणजी ट्रॉफी वन डे के नाम से जाना जाता था। करीब 17 साल बाद आया यह शतक उनके लंबे और सफल घरेलू करियर की एक खास कड़ी बन गया।
सात साल बाद मुंबई की जर्सी में वापसी
रोहित शर्मा ने आखिरी बार 2018 में मुंबई के लिए विजय हजारे ट्रॉफी खेली थी। उस सीजन में वह एशिया कप जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान थे। क्वार्टर-फाइनल और सेमी-फाइनल में उन्होंने मुंबई के लिए अहम भूमिका निभाई थी। अब सात साल बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी करते हुए रोहित ने यह साफ कर दिया कि वह अब भी बड़े मंच के खिलाड़ी हैं।
घरेलू क्रिकेट के लिए सकारात्मक संकेत
रोहित शर्मा का यह शतक न सिर्फ मुंबई के लिए, बल्कि भारतीय घरेलू क्रिकेट के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। सीनियर खिलाड़ियों की घरेलू टूर्नामेंट में मौजूदगी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करती है और टूर्नामेंट की प्रतिष्ठा को और ऊंचा उठाती है।

