जब कोहली ने तेंदुलकर को दिया खास तोहफा, विराट के संन्यास पर सचिन ने पुराने दिनों को किया याद

punjabkesari.in Monday, May 12, 2025 - 05:58 PM (IST)

नई दिल्ली : सचिन तेंदुलकर जब टेस्ट क्रिकेट से विदा ले रहे थे तब विराट कोहली को उनका वारिस माना जा रहा था और सोमवार को जब कोहली ने इस प्रारूप को अलविदा कहा तो ‘मास्टर ब्लास्टर' ने उनके बीच एक धागे के बंधन को याद किया। 12 साल पहले तेंदुलकर मुंबई में अपना आखिरी टेस्ट खेल रहे थे जब 24 वर्ष के कोहली अपने आदर्श क्रिकेटर के पास आए। कोहली ने उस समय टेस्ट करियर में शुरूआती कदम ही रखे थे। 

तेंदुलकर ने कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘तुमने मुझे तुम्हारे दिवंगत पिता से मिला धागा तोहफे में दिया था। यह मेरे लिए काफी निजी चीज थी लेकिन तुम्हारी भावना ने मुझे छू लिया और आज तक उसे भूल नहीं पाया हूं।' उन्होंने कहा, ‘मेरे पास बदले में देने के लिये धागा नहीं है लेकिन मेरी प्रशंसा और शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं। तुम्हारी असल विरासत असंख्य युवा क्रिकेटरों को खेल को चुनने के लिये प्रेरित करना रही है।' 

कोहली के पिता का उस समय निधन हो गया था जब उनकी उम्र बहुत कम थी। तेंदुलकर के प्रति कोहली का सम्मान किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने 2011 विश्व कप में खिताबी जीत के बाद मैदान का चक्कर लगाते समय उन्हें कंधे पर बिठाया था। इसके बाद उन्होंने कहा था, ‘सचिन तेंदुलकर ने 21 साल तक पूरे देश की अपेक्षाओं का बोझ उठाया और अब हमारी बारी है कि उन्हें कंधे पर बिठाएं।' तेंदुलकर ने कोहली की तारीफ करते हुए लिखा, ‘क्या शानदार टेस्ट करियर रहा। तुमने भारतीय क्रिकेट को रन से भी ज्यादा बहुत कुछ दिया। तुमने जुनूनी प्रशंसकों और खिलाड़ियों की एक नई पीढ़ी दी। बधाई।' 

कोहली ने इंस्टाग्राम पर संन्यास की जानकारी देते हुए लिखा, 'टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह फॉर्मेट मुझे किस सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर साथ रखूंगा। सफेद कपड़ों में खेलना एक बहुत ही निजी अनुभव है। शांत परिश्रम, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं। जब मैं इस फॉर्मेट से दूर जा रहा हूं, तो यह आसान नहीं है लेकिन यह सही लगता है। मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज़्यादा दिया है। मैं खेल के लिए, मैदान पर खेलने वाले लोगों के लिए और हर उस व्यक्ति के लिए आभार से भरा दिल लेकर जा रहा हूं जिसने मुझे इस सफर में आगे बढ़ाया। मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।' 


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Content Writer

Sanjeev

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