सफेद और लाल गेंद की अलग टीमें होनी चाहिए या नहीं? जानें क्या बोले केन विलियमसन
punjabkesari.in Tuesday, Nov 15, 2022 - 04:16 PM (IST)

वेलिंगटन : सीमित ओवरों के क्रिकेट में इंग्लैंड की अप्रतिम सफलता से विरोधी टीमें भी अलग-अलग प्रारूपों में अलग टीमें और कोच रखने के बारे में सोचने पर मजबूर हुई हैं लेकिन न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का मानना है कि प्रतिभाओं का पूल बड़ा होने पर ही ऐसा कर पाना संभव है। विलियमसन भारत जैसी टीमों के पास रिजर्व खिलाड़ियों का बड़ा पूल होने का जिक्र कर रहे थे जबकि न्यूजीलैंड जैसे छोटे देश में यह संभव नहीं है। इंग्लैंड के पास टेस्ट टीम के लिए ब्रेंडन मैकुलम कोच हैं जबकि सीमित ओवरों की टीम के कोच मैथ्यू मोट हैं।
विलियमसन ने भारत के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रही टी20 श्रृंखला से पहले वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘इतना अधिक क्रिकेट खेला जा रहा है जो खिलाड़ियों ही नहीं बल्कि सहयोगी स्टाफ के लिए भी चुनौतीपूर्ण है।' उन्होंने कहा, ‘हर दो या तीन दिन में मैच खेल रहे हैं जिसकी अपनी चुनौतियां है। दुनिया भर में अलग-अलग प्रारूपों में संतुलन बनाने की जरूरत है।' उन्होंने कहा, ‘कुछ देशों के पास खिलाड़ियों का बड़ा पूल है जो ऐसा कर सकते हैं। आप हमेशा संतुलन बनाने की कोशिश में रहते हैं ताकि खिलाड़ी तरोताजा रहें।'
पिछले सप्ताह टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हारी कीवी टीम के कप्तान विलियमसन से पूछा गया था कि क्या इंग्लैंड ने टी20 क्रिकेट खेलने के नए मानदंड कायम किए हैं। उन्होंने कहा, ‘कई मजबूत टी20 टीमें हैं और हमने टूर्नामेंट में देखा कि कई उलटफेर हुए। इंग्लैंड ने काफी आक्रामक क्रिकेट खेला जो उनकी टीम के संतुलन के अनुरूप था। हर टीम अपनी ताकत पर काम करके उसके अनुरूप खेलना पसंद करती है।'