SL vs IRE : प्रभात जयसूर्या ने रचा इतिहास, तोड़ा 71 साल पुराना रिकॉर्ड, बने नंबर-1 स्पिनर
punjabkesari.in Friday, Apr 28, 2023 - 12:38 PM (IST)

स्पोर्ट्स डैस्क : श्रीलंका के स्पिन के जादूगर प्रभात जयसूर्या ने आयरलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के बीच नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपने महज 7वें टेस्ट में ही 50 टेस्ट विकेट पूरे कर लिए हैं। अब वह रेड-बॉल क्रिकेट में पिछले 71 सालों में किसी भी अन्य स्पिनर की तुलना में कम मैचों में 50 विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज बन गए हैं। आयरलैंड के खिलाफ दूसरी पारी में आयरिश सलामी बल्लेबाज पॉल स्टर्लिंग को गाले में टेस्ट के अंतिम दिन आउट कर जयसूर्या ने अपने 50 टेस्ट विकेट पूरे किए।
वेस्टइंडीज के पूर्व स्पिनर अल्फ वेलेंटाइन ने इससे पहले यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। वेलेंटाइन ने 31 दिसंबर 1951 को ये रिकॉर्ड बनाया था। वह 8 टेस्ट मैचों में 50 विकेट के साथ शीर्ष स्पिनर थे, लेकिन जयसूर्या ने अपने 7वें टेस्ट में ही उनका ये रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। इसके अलावा जयसूर्या अब दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलेंडर और इंग्लैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय टॉम रिचर्डसन के साथ संयुक्त रूप खड़े हैं। इन दोनों पूर्व दिग्गजों ने तेज गेंदबाज के रूप में 7 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी ।
वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व अंतरराष्ट्रीय चार्ली टर्नर के नाम अभी भी सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड है। उन्होंने सिर्फ छह मैचों में 50 विकेट पूरे किए थे। गौरतलब है कि उन्होंने यह रिकॉर्ड 1888 में बनाया था और 135 साल बाद भी कोई इसे तोड़ नहीं पाया है।
सबसे तेज 50 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज -
चार्ली टर्नर (ऑस्ट्रेलिया) 6 मैच, 1887-1888
प्रभात जयसूर्या (श्रीलंका) 7 मैच, 2022-2023
वर्नोन फिलेंडर (दक्षिण अफ्रीका) 7 मैच, 2011-2012
टॉम रिचर्डसन (इंग्लैंड) 7 मैच, 1893-1896
टेरी एल्डरमैन (ऑस्ट्रेलिया) 8 मैच, 1981
रोडनी हॉग (ऑस्ट्रेलिया) 8 मैच, 1978-1979
अल्फ वेलेंटाइन (वेस्ट इंडीज) 8 मैच, 1950-1951
फ्रेडरिक स्पोफोर्थ (ऑस्ट्रेलिया) 8 मैच, 1877-1883
बता दें कि जयसूर्या पहले ही 6 बार एक पारी में पांच विकेट और दो बार एक मैच में 10 विकेट ले चुके हैं, लेकिन अगर वह इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखते हैं तो सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन सकते हैं। यह रिकॉर्ड वर्तमान में इंग्लैंड के तेज जॉर्ज लोहमन के पास है, जिन्होंने 1896 में अपने 16वें टेस्ट में उपलब्धि हासिल की थी।