रिक्शे का किराया देने के नहीं थे पैसे, मां के साथ 8 किमी चलकर जाता था क्रिकेट सीखने: रहाणे

punjabkesari.in Sunday, Mar 01, 2020 - 07:36 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : टेस्ट क्रिकेट में साल 2011 में डेब्यू करने वाले भारतीय क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे ने हाल ही में अपने संघर्ष के दिनों को याद किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि एक वो दौर पर भी था जब रिक्शे के पैसे भी नहीं होते थे और इस कारण वह अपनी मां के साथ 6 किलोमीटर पैदल चलकर क्रिकेट की ट्रेनिंग लेने जाते थे। 

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रहाणे ने बताया कि मेरा क्रिकेट का सफर डोंबिवली से शुरू हुआ। मुझे आज भी याद है कि मेरी मां अपने एक हाथ में मेरी किट और दूसरे हाथ में मेरे भाई को उठाकर 6 से 8 किलोमीटर तक पैदल चलकर मेरे साथ जाती थी। हम उस समय रिक्शा का किराया नहीं दे सकते थे। रहाणे ने कहा कि आज वह जिस मुकाम पर हैं उसका श्रेय मेरे माता पिता को जाता है। उनके लिए मैं अभी भी वैसा ही हूं। मेरे परिवार ने मेरे लिए बहुत त्याग किया है इसलिए उनके लिए कुछ करना मेरा सपना था। 

रहाणे से जब पूछा गया कि वह 7 साल की उम्र में ट्रेन में सफर कैसे करते थे तो उन्होंने इसका उत्तर देते हुए कहा कि पहले दिन मैं अपने पिता के साथ डोंबिवली से सीएसटी गया था और वो मुझे वहां छोड़ काम पर चले थे। दूसरे दिन उन्होंने मुझे कहा कि अब तुम्हें अकेले ही सफर करना होगा। मेरे पिता ने मुझे डोंबिवली स्टेशन पर छोड़ा और मैं मैंने ट्रेन पकड़ी लेकिन बाद में मुझे पता चला कि मेरे पिता दूसरे डिब्बे में साथ थे। वह सीएसटी तक मेरे पीछे रहे, ये देखने के लिए कि मैं अकेले सफर कर सकता हूं या नहीं। एक बार उन्हें विश्वास हो गया कि मैं अकेले सफर कर सकता हूं तो उन्होंने मुझे ट्रेन में अकेले सफर करने दिया। 


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Sanjeev

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