पाकिस्तान क्रिकेटरों पर चला चाबुक, वेतन में होगी कटौती ! टीम में 3 गुट होने की खबरें
punjabkesari.in Saturday, Jun 15, 2024 - 05:31 PM (IST)
लाहौर : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अपनी टीम के टी20 विश्व कप से जल्दी बाहर होने के बाद केंद्रीय अनुबंध की समीक्षा करके खिलाड़ियों के वेतन में कटौती कर सकता है। पाकिस्तान को विश्व कप में अमेरिका और भारत से हार का सामना करना पड़ा था जिससे वह टूर्नामेंट के सुपर 8 में जगह नहीं बना पाया। बोर्ड के विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि कुछ अधिकारियों और पूर्व खिलाड़ियों ने पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी को केंद्रीय अनुबंध की समीक्षा करने की सलाह दी है। सूत्रों ने कहा,‘‘ पीसीबी अध्यक्ष अगर टीम के खराब प्रदर्शन पर कड़ा रवैया अपनाते हैं तो खिलाड़ियों के केंद्रीय अनुबंध की समीक्षा की जा सकती है और उनके वेतन में कटौती हो सकती है।
पाकिस्तान के टी20 विश्व कप से जल्दी बाहर होने के लिए टीम के भीतर गुटबाजी और महत्वपूर्ण क्षणों में वरिष्ठ खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। इस लचर प्रदर्शन के बाद टीम के साथ ही पीसीबी में भी ‘बड़े बदलाव' हो सकते हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सूत्रों के मुताबिक, कप्तान के रूप में वापसी पर बाबर आजम के सामने सबसे बड़ी चुनौती टीम को एकजुट करने की थी लेकिन गुटबाजी के कारण वह ऐसा नहीं कर सके। शाहीन शाह अफरीदी कप्तानी गंवाने और बाबर द्वारा जरूरत पड़ने पर उनका समर्थन नहीं करने से नाराज हैं जबकि मोहम्मद रिजवान कप्तानी के लिए विचार नहीं किए जाने से नाखुश हैं।
टीम के सूत्र ने कहा कि टीम में तीन गुट हैं, एक का नेतृत्व बाबर आजम कर रहे है तो वहीं दूसरे खेमे की अगुवाई अफरीदी और तीसरे की रिजवान कर रहे हैं। इस सब के बीच मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों की वापसी से टीम की स्थिति और खराब हो गई। उन्होंने कहा कि इमाद और आमिर की वापसी ने भ्रम बढ़ा दिया क्योंकि बाबर के लिए इन दोनों से कोई सार्थक प्रदर्शन प्राप्त करना मुश्किल था। इन दोनों ने फ्रेंचाइजी आधारित लीगों को छोड़कर लंबे समय से शीर्ष स्तर की घरेलू या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला था।
सूत्र ने कहा कि ऐसे भी उदाहरण थे जहां कुछ खिलाड़ी एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे थे और उनमें से कुछ ने टीम के तीनों खेमों की अगुवाई कर रहे खिलाड़ियों को खुश करने की भी कोशिश की। पीसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अध्यक्ष मोहसिन नकवी को विश्व कप से पहले ही टीम की समस्याओं के बारे में अच्छी तरह से पता था। उनके करीबी और राष्ट्रीय चयनकर्ता वहाब रियाज ने उन्हें इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि नकवी ने सभी खिलाड़ियों के साथ अकेले में दो बैठकें की और निजी हितों की जगह विश्व कप जीतने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा था। उन्होंने उन्हें विश्व कप के बाद टीम में सभी गलतफहमियों को दूर करने का वादा भी किया था लेकिन बात नहीं बनी।
सूत्र ने कहा कि मैं बाबर का बचाव नहीं कर रहा हूं, लेकिन एक कप्तान को क्या करना चाहिए जब आपका प्रमुख गेंदबाज कमजोर अमेरिका टीम के खिलाफ अंतिम ओवर में 15 रनों का भी बचाव नहीं कर सकता और फुल टॉस पर एक चौका और छह रन दे देता है। उन्होंने कहा कि संन्यास से वापसी करने वाले एक हरफनमौला को फिटनेस संबंधी समस्या के कारण टीम से बाहर बैठना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इन सब चीजों के बीच खिलाड़ियों के एजेंटों और सोशल मीडिया अभियान चलाने वाले कुछ पूर्व खिलाड़ियों सहित बाहरी तत्वों की भूमिका ने भी टीम में तनाव को और बढ़ाने का काम किया।