आप एक व्यक्ति की वजह से World Cup final नहीं हारे- वीरेंद्र सहवाग की टिप्पणी चर्चा में
punjabkesari.in Saturday, Nov 25, 2023 - 03:22 PM (IST)
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम को क्रिकेट विश्व कप 2023 में 10 जीतों के बाद फाइनल में हार झेलनी पड़ी थी। टीम इंडिया को जब बढ़िया प्रदर्शन के बावजूद नाकामी झेलनी पड़ी तो खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए अहमदाबाद के मैदान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद खिलाड़ियों से मिलने ड्रेसिंग रूम तक पहुंचे थे। उन्होंने खिलाड़ियों को ढांढस भी बंधाया था। अब उक्त मामले पर भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि देश के सबसे शक्तिशाली नेता द्वारा चेंज रूम में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया गया, यह सराहनीय है। सहवाग ने कहा कि मैंने कभी किसी प्रधानमंत्री को अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर खिलाड़ियों को मदद करते नहीं देखा।
विश्व कप फाइनल में टीम की हार के बाद विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी की उपस्थिति को जिम्मेदार ठहराया था। इसपर सहवाग ने कहा कि आप किसी एक व्यक्ति के कारण विश्व कप फाइनल नहीं हारते। ऑस्ट्रेलिया से हमारी हार हमें अगले विश्व कप फाइनल में गौरव हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी। सहवाग ने कहा कि खिलाड़ियों से ड्रेसिंग रूम में मिलना मुझे लगता है कि यह एक मार्मिक इशारा था जो हमारे लड़कों को भविष्य की गतिविधियों, विशेष रूप से बहुपक्षीय आयोजनों से पहले प्रेरित करने में काफी मदद करेगा। यह हमें अगली बार अंतिम बाधा पार करने के लिए प्रेरित करेगा।
बता दें कि भाजपा की मुश्किलें बढ़ाते हुए कांग्रेस नेता राहुल ने राजस्थान के बाड़मेर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत की हार का ठीकरा पीएम मोदी पर फोड़ा और उन्हें 'पनौती' (बुरी किस्मत लाने वाला) कहा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि अगर विश्व कप फाइनल वानखेड़े (2011 विश्व कप फाइनल का आयोजन स्थल जहां भारत ने जीता था) या कोलकाता के ईडन गार्डन में होता तो भारत जीत जाता।
बहरहाल, सहवाग ने विपक्षी नेताओं की टिप्पणियों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जब यह टीम इतना अच्छा प्रदर्शन कर रही थी तो हर कोई इसके पीछे था। भारत एक दुर्लभ खराब स्थिति के कारण फाइनल हार गया। इसपर ऐसी टिप्पणी करने की बजाय समर्थन करना चाहिए। ऐसे कुछ ही प्रधानमंत्री या नेता होते हैं जो हार के बाद ड्रेसिंग रूम में जाते हैं। इसलिए, प्रधानमंत्री मोदी का हमारे लड़कों से मिलना और उनका उत्साह बढ़ाना न केवल क्रिकेट के लिए बल्कि अन्य खेलों के लिए भी प्रेरणा का काम करेगा।