''आप मैचों में मत आया करो'', युवराज सिंह ने पिता से क्यों कहा था ऐसा, पूर्व ऑलराउंडर ने किया खुलासा

punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 01:15 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह हाल ही में एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है कि क्योंकि नहीं चाहते थे किन उनके पिता योगराज सिंह उन्हें खेलते हुए देखें। योगराज ने 1980 के दशक की शुरुआत में भारत के लिए टेस्ट और वनडे क्रिकेट भी खेला था और शुरू से ही अपने कठोर स्वभाव और बेबाक बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं। 

युवराज ने कहा, 'वह कई बार कठोर हो जाते थे। लेकिन मुझे लगता है कि यह उनका सपना भी था कि मैं उनके सपने को जीऊं, जिसे मैं समझता हूं, लेकिन हां, ऐसे समय भी थे जब मुझे यह पसंद नहीं था। लेकिन मुझे लगता है कि कभी-कभी आपको वह काम करना पड़ता है जो आपको पसंद नहीं होता है ताकि आप समझ सकें कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि मुझ पर बहुत दबाव डाला गया था और मुझे लगता है कि यही कारण था कि मैं 18 साल की उम्र में भारत के लिए खेला।'

पूर्व भारतीय ऑलराउंडर ने कहा, 'मैं निश्चित रूप से नहीं चाहता था कि मेरे पिता मुझे खेलते हुए देखने आएं, क्योंकि अगर मैं आउट हो जाता तो वह मुझ पर गुस्सा हो जाते और फिर जब मैं बच्चा था तो मुझे गेंद को हवा में मारने की अनुमति नहीं थी। नीचे खेलो, नीचे खेल कर रन बनाओ। वह बहुत गुस्सा होते थे, इसलिए मैंने उनसे कहा, 'आप मैचों में मत आया करो।' 

गौर हो कि युवराज ने अक्टूबर 2000 में केन्या के खिलाफ 18 साल की उम्र में वनडे में भारत के लिए अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया और इसके बाद अगले 17 वर्षों में 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी20 मैच खेलते हुए क्रमशः 1900, 8701 और 1177 रन बनाए थे। इतना ही नहीं उन्होंने टेस्ट में 9, वनडे में 111 और टी20 में 28 विकेट भी लिए। भारत की 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप खिताब जीत में भी युवराज सिंह की बड़ी भूमिका थी। 


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Content Writer

Sanjeev

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