आखिर दिल है हिंदुस्तानी... रचिन रवींद्र ने ये क्या हरकत कर दी ? देख मुस्कराने लगेंगे आप

punjabkesari.in Tuesday, Mar 11, 2025 - 03:44 PM (IST)

खेल डैस्क : चैंपियंस ट्रॉफी से पुरस्कार समारोह के दौरान अगर आपने रचिन रवींद्र (Rachin Ravindra) को देखा हो तो आपको एक बार हंसी जरूर आ जाएगी। उक्त बात को दरअसल एक सोशल मीडिया यूजर्स ने सबसे पहले नोट किया। उन्होंने एक वीडियो शेयर की जिसमें रचिन एक ऐसा काम करते दिखते हैं जोकि एक हिंदुस्तानी ही कर सकता है। दरअसल पुरस्कार वितरण के दौरान उपविजेता न्यूजीलैंड टीम को इनाम बांटे जा रहे थे। हार से निराश न्यूजीलैंड के क्रिकेटर एक एक कर स्टेज पर आ रहे थे और अपना ईनाम लेकर आगे बढ़ रहे थे। इसी क्रम में जब रचिन रवींद्र की भी बारी आई। बाकी क्रिकेटर जब ईनाम वाला बॉक्स लेकर सीधे निकले जा रहे थे तो वहीं, रचिन ने इसे लेने के बाद एक बार खोलकर देखा कि इसमें है क्या ?


वीडियो जब सोशल मीडिया पर अपलोड हुआ तो इसपर हजारों कमेंट्स आए। फैंस ने इस पर मजे लेते हुए लिखा- सौदे को पहले जांच लेना चाहिए। एक ने लिखा- वह देख रहा है कि वाकई कोई मेडल है या नहीं। वहीं, एक ने लिखा- वह पहली बार आईसीसी फाइनल में पहुंचा। उसे नहीं पता कि रनर अप को क्या मिलता है। एक दूसरे ने लिखा- रचिन भले ही न्यूजीलैंड से हैं लेकिन उनका दिल हिंदुस्तानी है। वह एक बार खोलकर मौके पर जरूर चेक करेगा कि इसके अंदर चीज है भी या नहीं। अगर है तो कैसी है।

 

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बता दें कि रवींद्र ने चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट की 4 पारियों में 68.75 की औसत और 106 की स्ट्राइक रेट से 263 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट पुरस्कार जीता। उन्होंने दो शतक जड़े। उन्होंने फाइनल में रोहित शर्मा सहित 3 विकेट भी लिए जबकि श्रेयस अय्यर का शानदार कैच भी पकड़ा। लेकिन वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए।


रविंद्र का जन्म न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में हुआ था, उनके माता-पिता बेंगलुरु से भारतीय मूल के थे। उनके पिता, रवि कृष्णमूर्ति, एक सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, 1997 में न्यूजीलैंड चले गए। रचिन का नाम राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर का मिश्रण है। लेकिन उनके पिता ने ऐसे किसे संयोग से मना किया। पिता ने स्पष्ट किया था कि जब रचिन का जन्म हुआ, तो मेरी पत्नी ने नाम सुझाया, और हमने इस पर चर्चा करने में बहुत समय नहीं लगाया। नाम अच्छा लग रहा था, इसे लिखना आसान था और यह छोटा था, इसलिए हमने इसे रखने का फैसला किया। कुछ साल बाद ही हमें एहसास हुआ कि यह नाम राहुल और सचिन के नामों का मिश्रण था। उसका नाम हमारे बच्चे को क्रिकेटर या ऐसा कुछ बनाने के इरादे से नहीं रखा गया था।


 


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Content Writer

Jasmeet

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