Birthday Special सचिन तेंदुलकर : मास्टर ब्लास्टर से जुड़े 3 किस्से क्या जानते हैं आप?
punjabkesari.in Saturday, Apr 23, 2022 - 10:21 PM (IST)
खेल डैस्क : भारतीय स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर रविवार को अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं। क्रिकेट के तमाम रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले सचिन को फैंस ‘क्रिकेट के भगवान’ का दर्जा भी दे चुके हैं। 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर की शुरूआत करने वाले सचिन ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। आइए आज उनके जन्मदिन पर उनसे जुड़े कुछ किस्सों के बारे में जानते हैं-
‘मैं खेलेगा’
सचिन ने 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ डैब्यू किया था। पाकिस्तान में तब वकार यूनिस और वसीम अकरम जैसे तेज गेंदबाज थे। पहले टेस्ट मैच सचिन के लिए खास नहीं गया लेकिन दूसरे में 59 रन बनाकर उन्होंने प्रशंसा पाई। लेकिन जब चौथा मैच आया तो उन्होंने फैंस की प्रशंसा भी कमाई। हुआ यूं कि वकार यूनिस की एक गेंद सचिन के चेहरे पर लगी। खून बहने लगा तो सभी लोग इकट्ठे हो गए। सचिन को नवजोत सिद्धू के सामने मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जा रहा था। उम्मीद थी कि सचिन बाहर चले जाएंगे लेकिन तभी एक आवाज आई- मैं खेलेगा। सिद्धू सचिन का जज्बा देखकर हैरान थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उस दिन एक सितारे का जन्म हुआ था।
सचिन की फेवरेट डिश है मिसल पाव
सचिन तेंदुलकर रिटायरमैंट के बाद भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहती हैं। बीते दिनों उन्होंने एक वीडियो डालकर अपनी फेवरेट महाराष्ट्रीयन डिश के बारे में फैंस को बताया था। वीडियो में सचिन फेवरेट डिश मिसल पाव खाते दिखते हैं। कैप्शन में उन्होंने लिखा- चाहे रविवार हो या सोमवार, मैं किसी भी दिन मिसल पाव लूंगा! एक संपूर्ण नाश्ते के बारे में आपका क्या विचार है? मिसल पाव की बात ही कुछ अलग है। यह मुझे बर्मी खाओ सूई की याद दिलाता है, लेकिन महाराष्ट्र का मिसल पाव सबसे अच्छा है। जरा देखो तो।
जब सचिन का सिर फंस गया ग्रिल में
सचिन ने अपनी किताब ‘प्लेइंग इट माई वे’ में बताया है कि किस तरह उनका बालकनी में लगी ग्रिल में सिर फंस गया था। सचिन ने लिखा- बचपन में हर लड़के की तरह मुझे भी नई साइकिल लेने की जिद्द रहती थी। मैं पिता जी को कहता तो वह टाल देते। एक दिन मैं बालकनी में खड़े होकर अपने दोस्तों को साइकिल चलाते देख रहा था। मैंने उन्हें ठीक से देखने के लिए अपना सिर ग्रिल से निकाल लिया। लेकिन बाद में मैंने महसूस किया कि यह निकल नहीं रहा है। मैं आधे घंटे तक उसमें फंसा रहा। मां ने तेल डालकर मेरा सिर ग्रिल में बाहर निकाला था।