दिव्या देशमुख की ऐतिहासिक जीत पर देशभर से बधाइयों की बौछार, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और आनंद समेत कई दिग्गजों ने दी शुभकामनाएं
punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 07:15 PM (IST)

फीडे महिला विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2025 में भारत की युवा इंटरनेशनल मास्टर दिव्या देशमुख ने इतिहास रचते हुए खिताब जीत लिया है। इस ऐतिहासिक जीत पर पूरे देश में उत्साह की लहर है। भारत की राजनीति, खेल और समाज के शीर्ष नेतृत्व ने दिव्या और उपविजेता कोनेरू हम्पी को बधाइयाँ दी हैं और भारतीय महिला शतरंज की इस उपलब्धि को “स्वर्णिम युग” की शुरुआत बताया है।
A historic final featuring two outstanding Indian chess players!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2025
Proud of the young Divya Deshmukh on becoming FIDE Women's World Chess Champion 2025. Congratulations to her for this remarkable feat, which will inspire several youngsters.
Koneru Humpy has also displayed… pic.twitter.com/l7fWeA3qLw
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, “एक ऐतिहासिक फाइनल जिसमें दो शानदार भारतीय शतरंज खिलाड़ी आमने-सामने थीं! 19 वर्ष की दिव्या देशमुख पर गर्व है जिन्होंने महिला विश्व शतरंज चैंपियन 2025 बनकर असाधारण उपलब्धि हासिल की। यह जीत कई युवाओं को प्रेरित करेगी। हम्पी ने भी पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त खेल दिखाया। दोनों को शुभकामनाएं।”
My heartiest congratulations to Divya Deshmukh who has become the first Indian woman to win the FIDE Women’s World Cup, that too, at a very young age of nineteen. Koneru Humpy being the runner up, both the finalists of the chess world championship were from India. This underlines…
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 28, 2025
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दिव्या को पहली भारतीय महिला विश्व कप विजेता बनने पर बधाई दी और हम्पी की स्थायी उत्कृष्टता की सराहना करते हुए कहा, “दोनों भारतीय खिलाड़ियों का फाइनल में पहुँचना इस बात का प्रतीक है कि देश में विशेष रूप से महिलाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।”
नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस मौके को “एक गर्वित राष्ट्र का पल” बताया और लिखा, “दो भारतीय महिलाएं, एक विश्व मंच। दिव्या ने 19 साल की उम्र में जो हासिल किया, वह असाधारण है। हम्पी ने भी इस फाइनल को ऐतिहासिक बना दिया।”
भारत के पाँच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने दिव्या को जीत, ग्रैंडमास्टर बनने और कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में स्थान पक्का करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह मानसिक मजबूती की अद्भुत परीक्षा थी। हम्पी ने एक बार फिर दिखाया कि वह कितनी बड़ी चैंपियन हैं। यह भारतीय शतरंज, खासकर महिला शतरंज का शानदार उत्सव था।