"ज्यादा जुनूनी मत बनो", पूर्व क्रिकेटर बोला - भावनाओं में बहकर सूर्यकुमार को टेस्ट टीम में नहीं दिया जाना चाहिए मौका

punjabkesari.in Tuesday, Jan 10, 2023 - 12:12 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय टीम के धुरंधर बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने पिछले वर्ष की अपनी टी20 फॉर्म को इस साल भी बरकरार रखा है। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टी20 में 51 गेंदों में 112 नाबाद रनों की पारी खेली और उनकी इस पारी की बदौलत भारत ने 3 मैचों की टी20 सीरीज के आखिरी मैच को जीतकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की। सूर्यकुमार की जबरदस्त दस्तक के बाद एक बार फिर ये मांग उठने लगी है कि सूर्यकुमार को टेस्ट टीम में भी मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि, पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि सूर्यकुमार के सीमित ओवरों के फॉर्मेट के प्रदर्शन के आधार पर भारतीय टेस्ट टीम में नहीं उतारा जाना चाहिए। 

आकाश चोपड़ा ने कहा,"मुझे लगता है कि जुनूनी मत बनो। यह हमारे देश की प्रवृत्ति है कि थोड़ा जुनूनी हो जाते हैं कि अगर कोई खिलाड़ी मिलता है, तो हम कहते हैं कि उसे तीनों प्रारूपों में खेला जाना चाहिए। इस समय, मुझे लगता है कि हम शुभमन गिल के साथ ऐसा करना चाहते हैं। हम पहले ऋषभ पंत के साथ ऐसा करने के लिए बेहद उत्सुक थे कि वह अच्छा कर रहा है, उसे सभी फॉर्मेट में शामिल करते हैं। वही बात अब सूर्यकुमार के साथ हो रही है, क्योंकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह जिस स्तर पर बल्लेबाजी कर रहा है।”

PunjabKesari

आकाश चोपड़ा ने कहा कि सूर्यकुमार ने हाल ही में कई प्रथम श्रेणी मैचों में भाग नहीं लिया है और उन्हें केवल सीमित ओवरों के क्रिकेट के लिए ही ध्यान में रखा जाना चाहिए।

चोपड़ा ने कहा,"मैं अभी भी कहूंगा कि यह साल वनडे विश्व कप का है। टी 20 विश्व कप भी दो साल बाद होगा, न तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेला है और न ही उन्होंने लंबे समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला है। हालांकि उन्होंने एक प्रथम श्रेणी के मैच में शतक जड़ा था, लेकिन मैं अभी भी उनका बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं।”

चोपड़ा ने कहा कि अगर सूर्यकुमार तीनों प्रारूपों में खेलते हैं तो कार्यभार प्रबंधन पर भी एक चुनौती होगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अगर वह तीनों प्रारूपों में खेलने के दौरान किसी भी तरह से खुद को चोटिल कर लेते हैं तो चीजें अलग हो सकती हैं। 

चोपड़ा ने आगे कहा,"मैं कहूंगा कि इसे थोड़ा अलग रखें। आप इसे क्यों मजबूर करना चाहते हैं? इसकी आवश्यकता नहीं है। अगर बहुत सारे स्थान खाली हैं और आप उसे खेलना चाहते हैं तो यह बहुत अच्छा है। लेकिन नंबर 5 या नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने के लिए मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि आप उसे सफेद गेंद का खिलाड़ी बने रहने दे सकते हैं।"


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ramandeep Singh

Recommended News

Related News