ग्रैग चैपल ने अपने भाई से करवाई थी कायराना हरकत, आईसीसी को तत्काल बैन करनी पड़ी ऐसी गेंदबाजी
punjabkesari.in Wednesday, Feb 01, 2023 - 11:47 AM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : वनडे क्रिकेट में बहुत से खास पल रहे जबकि कई ऐसे वाक्य हो चुके हैं जिन्हें भुला पाया नामुमकिन है। ऐसी ही एक कायराना हरकत आज ही के दिन (एक फरवरी) सन 1981 को की गई थी जब ग्रैग चैपल ने अपने भाई ट्रेवर चैपल को मैच जीतने के लिए 'अंडरआर्म' (लुढ़काकर) गेंद फेंकने के लिए कहा था। इस पर काफी विवाद भी पैदा हुआ था और आईसीसी ने तत्काल प्रभाव से अंडरआर्म गेंद डालने पर बैन लगा दिया था।
ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड मैच के दौरान हुई थी घटना
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच बेंसन एंड हेजेज वर्ल्ड सीरीज कप चल रहा था। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर पांच मैचों की सीरीज का तीसरा मैच खेला जा रहा था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 235/4 का स्कोर बनाया जिसमें कप्तान ग्रेग चैपल ने 90 रनों की पारी खेली थी।
लक्ष्य प्राप्ति के लिए मैदान में उतरी कीवी टीम ने ओपनर ब्रूस एडगर के शतक नाबाद 102 के स्कोर के साथ लगभग जीता ही दिया था कि आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर जब छह रन चाहिए थे तो ग्रेग चैपल ने कायराना हरकत कर दी। चैपल ने अपने भाई ट्रेवर को अंतिम गेंद अंडरआर्म फेंकने के लिए कहा। दोनों अंपायरों को बताया गया और अंतिम गेंद अंडरआर्म डाली गई। यह नियमों के अनुसार था, लेकिन यह हरकत खेल भावना के खिलाफ थी।
स्ट्राइक एंड पर खड़े ब्रायन मेक्नी हैरान रह गए और गुस्से में बल्ले को जमीन पर पटक दिया। आखिरकार इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 6 रनों से जीता और दो दिन बाद चौथा मैच जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली। लेकिन चैपल और उनके भाई हमेशा के लिए दागदार हो गए।
दोनों भाईयों ने मानी गलती
ग्रेग और ट्रेवर दोनों ने अपनी गलती मानी। ट्रेवर को हमेशा इस बात का मलाल रहा कि उन्होंने अपने भाई की बात मानकर अपना नाम हमेशा के लिए क्रिकेट के काले अध्याय से जोड़ दिया।
विवाद पर दोनों देशों के पीएम भी उतरे
उस समय कीवी पीएम रॉबर्ट मल्डून ने इसे ‘कायराना हरकत’ करार देते हुए कहा, 'मेरे दिमाग में क्रिकेट के इतिहास की ये सबसे घिनौनी घटना है।'
ऑस्ट्रेलिया के उस समय के प्रधानमंत्री माल्कम फ्रेजर ने भी इस पर अतराज जताया और कहा, 'यह खेल की परंपराओं के विपरीत था।'
अंडरआर्म बॉलिंग पर बैन
मामला इतना बढ़ गया कि आईसीसी को नियमों में संशोधन करते हुए अंडरआर्म गेंदबाजी को तत्काल प्रभाव से बैन करना पड़ा।