तौबा-तौबा वीडियो पर हरभजन ने मांगी माफी, पैरा एथलीट्स ने माना था अपमान
punjabkesari.in Monday, Jul 15, 2024 - 08:00 PM (IST)
खेल डैस्क : भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने बीते दिनों विश्व चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स 2024 का खिताब जीतने के बाद सोशल मीडिया पर डाली एक रील विवाद होने के बाद हटा ली है। हरभजन की इंस्टाग्राम पर डाली गई वीडियो में युवराज सिंह और सुरेश रैना बॉलीवुड के मशहूर गीत तौबा-तौबा पर एक्शन करते दिखे थे। तीनों स्टार ने वीडियो में एक ऐसे मूव किए जिसपर पैरा एथलीट मानसी जोशी ने सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर इन स्टार्स द्वारा दिव्यांगों का मजाक उड़ाने की बात कही। मामला ज्यादा बढ़ा तो हरभजन ने पहले वीडियो डिलिट की और उसके बाद सोशल मीडिया पर एक माफीनामा भी शेयर कर दिया।
हरभजन ने माफीनामे में लिखा- बस साफ़ करना चाहता था। हमारे लोग जो यहां इंग्लैंड में चैंपियनशिप जीतने के बाद सोशल मीडिया पर तौबा तौबा के हमारे हालिया वीडियो के बारे में शिकायत कर रहे हैं। हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे। हम हर व्यक्ति और समुदाय का सम्मान करते हैं और यह वीडियो 15 दिनों तक क्रिकेट खेलने के बाद हमारे शरीर को प्रतिबिंबित करने के लिए था। हम किसी का अपमान या अपमान करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.. फिर भी अगर लोग सोचते हैं कि हमने कुछ गलत किया है.. तो मैं अपनी तरफ से सभी को केवल इतना ही कह सकता हूं कि क्षमा करें.. कृपया इसे यहीं रोकें और आगे बढ़ें। खुश और स्वस्थ रहें। सब के लिए प्यार। सादर
मानसी जोकि अपनी एसएल3 बैडमिंटन श्रेणी में नंबर 1 रही हैं, ने इंस्टाग्राम रील पर भारतीय दिग्गजों की असंवेदनशीलता की आलोचना की।
विकलांग लोगों के लिए अपनी मुखर वकालत के लिए जानी जाने वाली जोशी ने असंवेदनशील समझी जाने वाली सामग्री पर अपनी निराशा और गुस्सा व्यक्त करते हुए लिखा कि मैं उन सितारों से अधिक जिम्मेदारी चाहता हूं जो आप सभी हैं, कृपया विकलांग लोगों की चाल-ढाल का मजाक न उड़ाएं। यह हास्यास्पद नहीं है। आप नहीं जानते कि आपका व्यवहार कितना नुकसान पहुंचा सकता है। आसपास के लोगों से आपको जो सराहना मिल रही है, वह देखने में भयावह है। आपकी यह रील इस बात को प्रोत्साहित करने वाली है कि चंद हंसी-मजाक के लिए विकलांग लोगों के चलने के तरीके का मजाक उड़ाना ठीक है। इस रील का उपयोग करके अधिक छोटे विकलांग बच्चों को धमकाया जाएगा। यदि आपमें से किसी भी एथलीट ने विकलांगता क्षेत्र में जिम्मेदार सामुदायिक सेवा की होती, तो आप सभी इस रील के साथ नहीं आते। मुझे डर है कि इन एथलीटों की पीआर एजेंसियों ने इस रील को सार्वजनिक मंच के लिए कैसे मंजूरी दे दी। मानसी ने अपने कड़े शब्दों वाले पोस्ट में लिखा कि यदि आप पोलियो से पीड़ित लोगों की चाल के पैटर्न का मज़ाक उड़ा रहे हैं तो यह कोई पौराणिक बात नहीं है। इससे भारत में विकलांग छोटे बच्चों को धमकाने में मदद मिलेगी।