ENG vs IND : ऐतिहासिक जीत के बाद हरमनप्रीत बोली- हरलीन के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण थी
punjabkesari.in Thursday, Sep 22, 2022 - 11:22 AM (IST)

कैंटरबरी : दूसरे एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड पर 88 रन की जीत के बाद भारतीय महिला टीम ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस जीत के साथ भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने (1999) इंग्लैंड में सीरीज में अजय बढ़त बनाते हुए 23 साल का सूखा समाप्त किया। कप्तान हरमनप्रीत कौर के विस्फोटक नाबाद शतक और तेज गेंदबाज रेणुका सिंह के शानदार स्पैल ने बुधवार को कैंटरबरी में तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे एकदिवसीय मैच में भारत को इंग्लैंड को 88 रनों से हराकर श्रृंखला जीतने में मदद की। मैच के बाद हरमनप्रीत का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा कि हरलीन के साथ उनकी साझेदारी महत्वपूर्ण थी।
मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, जब हम यहां आए, तो यह (श्रृंखला जीतना) लक्ष्य था। आज एक महत्वपूर्ण जीत थी क्योंकि हर कोई आगे बढ़ा। मैं हमेशा नेतृत्व का आनंद लेती हूं क्योंकि मैं हमेशा खेल में रहती हूं और यह अच्छा लगता है। जब मैं बल्लेबाजी कर रही थी, उस दौरान पहले 50 रन बनाना इतना आसान नहीं था। मैंने बस अपना समय लिया और हरलीन के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण थी। बाद में खुद को आजादी दी क्योंकि मैं अच्छी तरह से सेट थी।
भारतीय कप्तान ने कहा, वह (रेणुका) हमेशा हमें सफलता दिलाती है और हमारी टीम उस पर बहुत निर्भर करती है। जिसे आज मौका मिल रहा था वह हमें सफलता दिला रही थी और हमें यही चाहिए। हां, मुझे ऐसा लगता है (अगले गेम के बाद झूलन गोस्वामी के संन्यास के बारे में) हम निश्चित रूप से उसे याद करेंगे और उससे बहुत कुछ सीख रहे हैं। हर क्रिकेटर लॉर्ड्स में खेलना चाहता है और वहां संन्यास लेना उसके लिए खास होने वाला है।
इस जीत के साथ ही भारत की अब सीरीज में 2-0 की अजेय जीत हो गई है। 1999 के बाद इंग्लैंड की धरती पर भारत की महिलाओं की यह पहली वनडे सीरीज जीत है। हरमनप्रीत की विस्फोटक पारी ने उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' का पुरस्कार दिलाया। तीसरा और आखिरी वनडे 24 सितंबर को लॉर्ड्स में खेला जाएगा।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
पिस्टल के साथ युवक का फोटो हो रहा वायरल, पुलिस बोली- कर रहे जांच....अवैध हथियार हुआ तो होगी कार्रवाई

Recommended News

Hardoi: चौंकाने वाला खुलासा, प्यार और शादी में बाधक बनने के चलते मृतक की पौत्री के प्रेमी ने घर में घुसकर की थी हत्या

स्नातकोत्तर, स्नाकोत्तर डिप्लोमा और सर्टीफिकेट कोर्स में प्रवेश के लिए पंजीकरण शुरू

तप की देवी मानी जाती है मां ब्रह्मचारिणी, ऐसा है देवी-दुर्गा का द्वितीय स्वरुप

Chaitra Bhaumvati Amavasya: संवत की आखिरी अमावस्या पर करें इन चीजों का दान, खुलेंगे तरक्की के द्वार