47 साल बाद दोहराया इतिहास, सुनील गावस्कर की ऐतिहासिक सूची में शामिल हुए शुभमन गिल

punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 12:16 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टेस्ट क्रिकेट का एक नया अध्याय तब लिखा गया, जब शुभमन गिल ने अपने कप्तानी करियर की घरेलू शुरुआत अर्धशतक से की। यह उपलब्धि उन्हें सीधे महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर की ऐतिहासिक सूची में ले आई। गावस्कर ने 1978 में अपने पहले घरेलू टेस्ट में अर्धशतक जमाया था और अब गिल ने 47 साल बाद वही कमाल दोहराया है। हालांकि शतक से चूकने पर उनकी पारी थोड़ी अधूरी रह गई। 

कप्तान के रूप में सुनहरी शुरुआत

भारतीय टीम की कमान संभालते हुए गिल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 91 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। खैरी पियरे की गेंद पर एक रन लेते ही स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। यह उपलब्धि सिर्फ रन नहीं बल्कि कप्तान के रूप में आत्मविश्वास और नई जिम्मेदारी के साथ उनके करियर की मजबूत शुरुआत का प्रतीक है। गिल ने अपनी पारी में पांच चौके भी लगाए। 

गावस्कर से जुड़ी ऐतिहासिक कड़ी

1978 में सुनील गावस्कर ने वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहली बार कप्तान बनकर घरेलू टेस्ट में 205 रन बनाए थे। गिल ने जब अपना पचासा लगाया तो यह उपलब्धि सीधे गावस्कर की उस ऐतिहासिक पारी की याद दिला गई। क्रिकेट प्रेमियों ने इसे पीढ़ियों के बीच एक अनोखे पुल की तरह देखा।

शतक से चूक, लेकिन छाप छोड़ी

अर्धशतक के बाद शुभमन गिल तेज़ी से रन बटोर रहे थे, लेकिन रोस्टन चेज़ की गेंद पर रिवर्स स्वीप की कोशिश में 57 रन पर आउट हो गए। यह दूसरी बार था जब उन्होंने टेस्ट मैचों में इसी शॉट पर अपना विकेट गंवाया। इसके बावजूद कप्तान के तौर पर उनकी यह पारी अहम उपलब्धि साबित हुई।

इंग्लैंड सीरीज के शानदार प्रदर्शन की झलक

गिल का आत्मविश्वास उनकी पिछली सफलता से भी झलक रहा था। इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में उन्होंने 5 मैचों में 754 रन बनाए थे और प्लेयर ऑफ द सीरीज बने। उसी लय को बरकरार रखते हुए उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ भी कप्तानी पारी खेलकर दिखाया कि वह अब भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य का भरोसेमंद चेहरा हैं। 


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Content Writer

Sanjeev

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