IND vs SA: गायकवाड़ को बाहर क्यों नहीं करना चाहिए? आकाश चोपड़ा ने बताई वजह
punjabkesari.in Tuesday, Dec 02, 2025 - 03:40 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क: रांची वनडे में भारत की जीत के बावजूद सबसे बड़ी चर्चा रुतुराज गायकवाड़ को लेकर रही। पहले मैच में सिर्फ 8 रन बनाने के बाद उन पर दबाव बढ़ गया है, लेकिन पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा का मानना है कि गायकवाड़ को दूसरे वनडे से बाहर करना बेहद जल्दबाजी होगी।
चोपड़ा के अनुसार गायकवाड़ से गलती नंबर 4 पर भेजने की हुई, क्योंकि वह स्वाभाविक ओपनर हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी का आकलन उसी भूमिका में होना चाहिए, जिसमें वह सहज हों।
“नंबर 4 नहीं, ओपनर के तौर पर परखें गायकवाड़” — आकाश चोपड़ा
पहले वनडे में गायकवाड़ का आउट होना खराब फॉर्म की वजह से नहीं, बल्कि डेवाल्ड ब्रेविस की शानदार कैच की वजह से था। चोपड़ा ने कहा कि गायकवाड़ को लगातार मौके मिलने चाहिए और कम से कम तीन पारियां ओपनर के रूप में खेलने का अवसर देना चाहिए।
गायकवाड़ का लिस्ट-ए औसत 56.77 है और जब भी उन्हें ओपनिंग का मौका मिला, उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया है—जैसे 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 71 रन।
टीम मैनेजमेंट की भूमिका पर सवाल
चोपड़ा ने टीम में रोल स्पष्टता की कमी पर भी सवाल उठाए। केएल राहुल को ओपनर से मध्यक्रम में शिफ्ट किया गया। संजू सैमसन की भूमिका भी लगातार बदली। वॉशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी को भी स्थिर जगह नहीं मिल पाई।
अब गायकवाड़ इस अस्पष्ट रणनीति के नए शिकार बन गए हैं। चोपड़ा ने कहा कि भारत अगर भविष्य के लिए निवेश चाहता है, तो खिलाड़ियों को उनकी मुख्य भूमिका में मौका देना जरूरी है।
ऋषभ पंत को बाहर रखना भी चौंकाने वाला फैसला
चोपड़ा ने यह भी पूछा कि जब पंत पूरी तरह फिट हैं और नंबर 4/5 के लिए आदर्श विकल्प हैं, तो उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर क्यों रखा गया? पहले मैच में पंत की जगह गायकवाड़ को मध्यक्रम में भेजना टीम की रणनीति को और उलझा देता है।
रायपुर ODI में क्या होगा?
गायकवाड़ के लिए यह श्रृंखला बेहद महत्वपूर्ण है। आकाश चोपड़ा का मानना है कि अगर उन्हें शीर्ष क्रम में उतारा जाए तो वह अपनी लय पा सकते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि सिर्फ दो असफल पारियों के बाद किसी खिलाड़ी को बाहर करना टीम के भविष्य के लिए गलत कदम होगा।

