डेब्यू पर शतक लगाने वाले कामरान गुलाम को हारिस राउफ मारा था थप्पड़, देखें वायरल वीडियो

punjabkesari.in Wednesday, Oct 16, 2024 - 12:51 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : इंग्लैंड के खिलाफ मुल्तान में दूसरे टेस्ट में बाबर आजम की जगह पाकिस्तान के लिए नंबर 4 बल्लेबाज के रूप में पदार्पण करने वाले दाएं हाथ के बल्लेबाज कामरान गुलाम को एक बार पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) मैच के दौरान तेज गेंदबाज हारिस राउफ ने थप्पड़ मारा था। 2022 में पेशावर जाल्मी और लाहौर कलंदर्स के बीच पीएसएल मैच में हुई इस घटना का वीडियो फिर से सामने आया है और वायरल हो रहा है। गुलाम ने अपने टेस्ट डेब्यू में अकेले ही पाकिस्तान को दूसरे टेस्ट के पहले दिन अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया। 

वीडियो में पाकिस्तानी व्हाइट-बॉल विशेषज्ञ राउफ, विकेट लेने के बाद लाहौर कलंदर्स में अपने साथी गुलाम को थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि यह टीम के जश्न का हिस्सा लग रहा था, गुलाम ने भी हंसते हुए इसे हल्का बनाने की कोशिश की। रऊफ के हाव-भाव और थप्पड़ की तीव्रता ने कड़वाहट पैदा कर दी। 

कमरन गुलाम ने कहा कि बाबर आजम की जगह टीम में आने के बाद उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का बहुत दबाव था। उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों से घरेलू क्रिकेट में उनकी दृढ़ता ने आखिरकार रंग दिखाया। गुलाम का शतक यहां एक मुश्किल विकेट पर आया जिसमें पाकिस्तान ने पहले दिन स्टंप्स तक 5 विकेट पर 259 रन बनाए। गुलाम ने 224 गेंदों पर 118 रनों की धैर्यपूर्ण पारी खेली और टेस्ट डेब्यू पर शतक बनाने वाले 13वें पाकिस्तानी और इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। 

कामरन ने कहा, 'पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका मिलने के लिए लगभग चार साल तक इंतजार करना निराशाजनक रहा। मुझमें बहुत जुनून था और जब भी मुझे मौका मिला, मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। मैंने धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा की क्योंकि मुझे पता था कि देर-सबेर मुझे मौका मिलेगा। मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट में वर्षों तक कड़ी मेहनत करने से मुझे हर तरह की पिचों और हर तरह के गेंदबाजों के सामने खेलने का स्वभाव और कौशल मिला है। घरेलू क्रिकेट में रन बनाने की आदत ही आपको बड़े मंच के लिए तैयार करती है, बाकी सब स्वभाव और दबाव को झेलने पर निर्भर करता है।' 

गुलाम ने स्वीकार किया कि बाबर के कद के खिलाड़ी की जगह लेना आसान नहीं था। उन्होंने कहा, 'हां, उनकी (बाबर) जगह खेलने पर दबाव था, लेकिन मुझे लगता है कि सफल होने की मेरी इच्छा ने उस दबाव को खत्म कर दिया।' यह शतक ऐसे समय में आया जब चयनकर्ता और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए खराब फॉर्म में चल रहे बाबर को बाहर करने की हिम्मत करने के लिए आलोचकों के दबाव में थे। एक राष्ट्रीय चयनकर्ता ने कहा, 'मैं बस खुश हूं कि उसे (कामरान गुलाम) आखिरकार मौका मिला और उसने इसे दोनों हाथों से लपका।' 


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Content Writer

Sanjeev

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