रक्षाबंधन स्पेशल: इन खिलाड़ियों के करियर में बहनों का रहा है अहम योगदान

punjabkesari.in Thursday, Aug 15, 2019 - 04:36 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारत में आज (15 अगस्त) स्वतंत्रता दिवस के साथ-साथ रक्षाबंधन का त्यौहार भी मनाया जा रहा है। इस खास दिन के मौके पर आज हम आपको कुछ भारतीय क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके करियर के पीछे उनकी बहनों का खास योगदान रहा है और इसमें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से लेकर कई मशहूर खिलाड़ियों का नाम शामिल है। आइए जानते हैं इनके बारे में - 

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सचिन तेंदुलकर और सविता

सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुलकर की पहली पत्नी की बेटी और सचिन की सौतेली बहन सविता दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं और अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए कई बार वह सविता का नाम ले चुके हैं और उन्हें श्रेय भी देते रहे हैं। संन्यास के दौरान भी सचिन ने अपने भाषण में कहा था कि उन्हें पहला कश्मीरी विलो क्रिकेट बैट उनकी बहन ने ही गिफ्ट किया था। 

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रविन्द्र जडेजा और नैना जडेजा

भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा बहुत छोटे थे जब उनकी मां का निधन हो गया था। इसके बाद उनकी बहन नैना परिवार की मदद करने के लिए नर्स बनी और जडेजा के क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने में बड़ी भूमिका निभाई और इस सफर के हर उतार चढ़ाव मे अपने भाई का साथ दिया। 

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गौतम गंभीर और एकता गंभीर

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा भाजपा सांसद गंभीर अपनी बहन एकता के काफी करीब हैं। जब भी वह मुश्किल में होते हैं तो वह सबसे पहले अपनी बहन से ही सलाह-मशवरा करते हैं। दोनों में कितना प्यार है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बहन की शादी के वक्त उन्हें श्रीलंका जाना था लेकिन उन्होंने इस दौरे से अपना नाम वापस ले लिया था। 

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भुवनेश्वर कुमार और रेखा अधना

भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को क्रिकेटर बनाने में उनकी बहन रेखा अधना ने खासा योगदान दिया है। भुवी को पहली बार क्रिकेट कोच के पास लेकर जाने वाली उनकी बहन रेखा ही थी। घरेलू मुकाबले में सचिन को 0 पर आउट कर अपनी पहचान बनाने वाले भुवनेश्वर ने 2012 में भारत के लिए अपना पहला मैच खेला था। 

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हरभजन सिंह और 5 बहनें

हरभजन सिंह के बारे में आज पूरी दुनिया जानती हैं। लेकिन आज ये नहीं जानते होंगी कि उनको एक सफल ऑफ स्पिन गेंदबाज बनाने में उनकी बहनों की भुमिका खास रही है। भज्जी को जब भारतीय टीम से बाहर किया गया था तो वह क्रिकेट छोड़कर ट्रक  ड्राइवर बनने का फैसला कर चुके थे लेकिन बहनों के समझाने पर ही वह वापस क्रिकेट के मैदान में लौटे। उनकी 5 बहनों में 4 उनसे बड़ी जबकि एक छोटी बहन है। 


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Sanjeev

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