छोटे प्रारूपों के दबदबे से टेस्ट क्रिकेट देखना रोमांचक हो गया है : संगकारा
punjabkesari.in Tuesday, Jan 12, 2021 - 11:32 AM (IST)

अबुधाबी : श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा का मानना है कि छोटे प्रारूपों के आने से टेस्ट क्रिकेट देखना और रोमांचक हो गया है क्योंकि खिलाड़ी आक्रामक रवैये के साथ इसमें भी नए शॉट्स खेलने लगे हैं। उन्होंने अबुधाबी टी10 द्वारा कराई गई प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘स्कोरिंग की गति में बदलाव को देखें तो अब रिवर्स स्वीप, पैडल, आक्रामक मानसिकता ये सभी छोटे प्रारूपों की देन है। यह टेस्ट क्रिकेट में भी दिखाई दे रहा है और इसे देखना काफी रोमांचक है।'
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में तीसरे टेस्ट में ऋषभ पंत ने 118 गेंद में 97 रन बनाए। वहीं बेन स्टोक्स ने 2019 एशेज श्रृंखला में हेडिंग्ले टेस्ट में नाबाद 135 रन की आक्रामक पारी खेली थी। संगकारा ने पंत और चेतेश्वर पुजारा की विपरीत बल्लेबाजी शैली का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘पंत जैसे बल्लेबाज काफी आक्रमक शैली में खेलते हैं और उन्हें पुजारा जैसे पारंपरिक बल्लेबाज के साथ खेलते देखना अच्छा लगा।'
संगकारा ने कहा, ‘यह देखकर अच्छा लगा कि 2 अलग खिलाड़ी, 2 अलग मानसिकता और तकनीक के साथ एक टीम में कैसे साथ में खेलते हैं। इसी तरह प्रारूपों की भी बात है।' भारतीय टेस्ट टीम में विकेटकीपर की जगह को लेकर काफी बहस छिड़ी हुई है। पंत बल्लेबाजी में बेहतर हैं तो रिधिमान साहा विकेटकीपर के तौर पर उनसे बेहतर हैं। यह पूछने पर कि दोहरी जिम्मेदारी कैसे निभानी चाहिए, पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘अभ्यास। यदि विकेटकीपिंग अपेक्षा के अनुरूप नहीं है तो मेहनत करके सुधार करो। और कोई तरीका नहीं है। अभ्यास को थोड़ा और समय देना होगा और बेहतर रणनीति बनानी होगी।'