सुरेश रैना ED कार्यालय पहुंचे, सट्टेबाजी ऐप मामले की जांच को लेकर जारी हुआ था समन

punjabkesari.in Wednesday, Aug 13, 2025 - 11:25 AM (IST)

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना बुधवार को 1xBet मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्यालय नई दिल्ली में एजेंसी के समन के बाद बयान के लिए पेश हुए। रैना को भारत के सर्वश्रेष्ठ मध्यक्रम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है और वह खेल के सभी प्रारूपों में शतक बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे। 

रैना ने 322 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 32.87 की औसत और 92 से अधिक के स्ट्राइक रेट से 7,988 रन बनाए हैं। उन्होंने 291 पारियों में 7 शतक और 48 अर्द्धशतक बनाए हैं जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 120 रन रहा है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मेन इन ब्लू के साथ ICC क्रिकेट विश्व कप 2011 और ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जीती थी। 2011 विश्व कप क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 34* और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 36* रन की उनकी पारी किसी बड़े मंच पर मध्यक्रम के बल्लेबाज द्वारा खेली गई दो सबसे यादगार पारियां हैं।

रैना को यह समन अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और प्लेटफॉर्म पर व्यापक कार्रवाई के बाद आया है, जिनमें से कई को मशहूर हस्तियों द्वारा प्रचारित किया गया है। सोमवार को अभिनेता राणा दग्गुबाती कथित ऑनलाइन सट्टेबाजी गेम प्रचार मामले में तलब किए जाने के बाद ईडी के सामने पेश हुए था। इससे पहले ईडी ने अभिनेता को 23 जुलाई के लिए समन नोटिस जारी किया था, लेकिन दग्गुबाती की पूर्व प्रतिबद्धताओं और शूटिंग शेड्यूल के कारण, कलाकार ने हैदराबाद जोनल ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए समय मांगा था।

क्या है पूरा मामला 

इस साल की शुरुआत में तेलंगाना पुलिस ने राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा और मांचू लक्ष्मी जैसी लोकप्रिय हस्तियों सहित 25 मशहूर हस्तियों और प्रभावशाली लोगों के खिलाफ अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अवैध सट्टेबाजी और जुआ ऐप्स को बढ़ावा देने के आरोप में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की थी। 32 वर्षीय व्यवसायी पीएम फणींद्र सरमा की याचिका पर हैदराबाद के मियापुर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई। इस साल 19 मार्च को दर्ज की गई शिकायत में मशहूर हस्तियों और प्रभावशाली लोगों द्वारा अवैध जुआ ऐप्स को बढ़ावा देने की एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति पर प्रकाश डाला गया है, जो 1867 के सार्वजनिक जुआ अधिनियम का उल्लंघन करते हैं।

सरमा का दावा है कि 16 मार्च को अपने समुदाय के युवाओं के साथ बातचीत के दौरान, उन्हें पता चला कि कई लोग इन जुआ ऐप्स में अपना पैसा लगाने के लिए प्रभावित हुए हैं, जिनका सोशल मीडिया हस्तियों द्वारा बड़े पैमाने पर विज्ञापन किया गया था। शिकायत के अनुसार ये हस्तियां कथित तौर पर विभिन्न सट्टेबाजी प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने के लिए बड़ी रकम स्वीकार कर रही हैं, जो उपयोगकर्ताओं को अपनी मेहनत की कमाई को दांव पर लगाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। सरमा खुद इनमें से एक प्लेटफॉर्म में निवेश करने वाले थे, लेकिन उनके परिवार द्वारा संभावित वित्तीय खतरों के बारे में चेतावनी देने के बाद उन्होंने इससे परहेज किया।

याचिका में इस बात पर जोर दिया गया है कि ये ऐप और प्लेटफॉर्म व्यापक रूप से वित्तीय नुकसान पहुंचा रहे हैं, खासकर निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों के बीच, जिन्हें आसानी से पैसा कमाने के झूठे वादे में फंसाया जा रहा है। ये ऐप्स अक्सर अपनी विश्वसनीयता बनाने के लिए मशहूर हस्तियों पर निर्भर रहते हैं जिससे असुरक्षित लोग बड़ी मात्रा में पैसा लगा देते हैं, और उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।

तेलंगाना पुलिस ने आरोपियों पर टीएस गेमिंग अधिनियम और आईटी अधिनियम की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं, जिनमें सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66(डी) भी शामिल है, जो धोखाधड़ी और पहचान की चोरी से संबंधित है। FIR में अवैध सट्टेबाजी गतिविधियों को बढ़ावा देने से संबंधित धाराएं भी शामिल हैं, जिसकी जांच अब पुलिस अधिकारी जी रमेश नायडू कर रहे हैं। मियापुर पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक के क्रांति कुमार ने कहा, 'यह जांच जनता को ऐसे हानिकारक जुए और सट्टेबाजी प्लेटफार्मों से बचाने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है जो वित्तीय लाभ के लिए लोगों का शोषण करते हैं।' 


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Content Writer

Sanjeev

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