Tokyo Olympics : शरणार्थियों की ओलिम्पिक टीम घोषित, List
punjabkesari.in Tuesday, Jun 08, 2021 - 09:49 PM (IST)
नई दिल्ली : टोक्यो ओलिम्पिक प्रबंधन ने गेम्स के लिए शरणार्थियों की टीम भी घोषित कर दी है जिसमें 29 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। 13 देशों के यह खिलाड़ी आई.ओ.सी. रिफ्यूजी टीम के बैनर तले खेलेंगे। एथलीटों को वर्तमान में आई.ओ.सी. द्वारा समर्थित शरणार्थी एथलीटों के लिए ओलिम्पिक छात्रवृत्ति कार्यक्रम के माध्यम से चुना गया है। आई.ओ.सी. का कहना है कि पहली बार साऊथ सुडान और सीरिया से 12 खेलों में खिलाड़ी जुड़ेंगे। इन्हें टोक्यो आने से पहले कतर में कोविड-19 टैस्ट और अन्य जरूरी चीजों के लिए ट्रेंड किया जाएगा। आई.ओ.सी. अभी 50 रिफ्यूजी एथलीट्स का खर्च उठा रहा है।
12 गेम्स होंगी जिसमें 29 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे
19 पुरुष तो 10 महिला प्लेयर लेंगी हिस्सा
9 सर्वाधिक एथलीट सीरिसा से, 6 ईरान से
यू.एन.एच.सी.आर. हाई कमिश्नर फिलिपो ग्रैंडी ने कहा कि मैं शरणार्थी ओलिम्पिक टीम टोक्यो 2020 में नामित प्रत्येक एथलीट को बधाई देने के लिए रोमांचित हूं। वे लोगों का एक असाधारण समूह हैं जो दुनिया को प्रेरित करते हैं। यू.एन.एच.सी.आर. उन्हें टोक्यो ओलिम्पिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने में उनका समर्थन करने में अविश्वसनीय रूप से गर्व महसूस कर रहा है।
युद्ध, उत्पीडऩ और निर्वासन की चिंता से बचे रहना उन्हें पहले से ही असाधारण व्यक्ति बनाता है, लेकिन यह तथ्य कि वे अब विश्व स्तर पर एथलीटों के रूप में प्रशंसा पा सकते हैं। इससे पता चलता है कि अगर शरणाॢथयों को अपनी क्षमता दिखाने का अवसर दिया जाए तो वह क्या कर सकते हैं।
अफगानिस्तान के भी 3 प्लेयर : शरणार्थी टीम में अफगानिस्तान के 3 प्लेयर हैं जोकि साइकिं्लग, जूडो और तायक्वांडो टीम इवैंट में हिस्सा लेंगे। बता दें कि ओलिम्पिक में करीब 11 हजार खिलाडिय़ों के हिस्सा लेने का अनुमान है। यह खिलाड़ी 33 खेलों के 339 इवैंट में आमने-सामने होंगे।
टोक्यो ओलंपिक में दो ध्वजवाहक के साथ उतर सकता है भारत
नई दिल्ली : भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने मंगलवार को कहा कि ‘लैंगिक समानता’ सुनिश्चित करने के लिए भारत आगामी तोक्यो ओलंपिक में पहली बार दो ध्वजवाहक के साथ उतर सकता है जिसमें एक पुरुष और एक महिला होगी। बत्रा ने कहा कि इनके नामों का खुलासा ‘जल्द’ ही किया जाएगा। बत्रा ने कहा कि अब तक इस पर फैसला नहीं किया गया है। यह मामला अब भी सलाह मशविरे के चरण पर है लेकिन संभावना है कि इस साल लैंगिक समानता के लिए दो ध्वजवाहक- एक पुरुष और एक महिला होंगे।
चोट के कारण पोलैंड ओपन से हटे दीपक पूनिया
ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके भारतीय पहलवान दीपक पूनिया बाएं हाथ की चोट के कारण पोलैंड ओपन से हट गए हैं। टोक्यो खेलों से पूर्व यह अंतिम रैंकिंग सीरीज प्रतियोगिता है और पूनिया को 86 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करनी थी लेकिन वह अमरीका के जाहिद वेलेंसिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले से हट गए। पता चला है कि विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता को वारसॉ के लिए रवाना होने से 2-3 दिन पहले अभ्यास के दौरान चोट लगी थी। भारतीय टीम के एक सूत्र ने बताया कि आज सुबह अपने हाथ के आकलन के बाद उसने नहीं खेलने का फैसला किया।
भारतीय बैडमिंटन प्लेयर ओशिनिया कोटे से सिलैक्ट
जालन्धर से 7 साल पहले न्यूजीलैंड पढ़ाई के लिए गए अभिवन मनोटा ने ओशिनिया कोटे से टोक्यो ओलिम्पिक में जगह बना ली है। अभिनव जोकि 2012 में बैडमिंटन के पंजाब सिंगल चैम्पियन भी थे, मैनेजमैंट में करियर बनाने के लिए न्यूजीलैंड चले गए थे। लेकिन वहां उन्होंने बैडमिंटन खेलना नहीं छोड़ा। अभिनव के पिता लवलीन कुमार और मां रजनी बाला ने बताया कि बेटा जब पंजाब चैम्पियन बना था तो हमें उम्मीद थी कि वह एक दिन नैशनल स्तर पर नाम जरूर कमाएगा। लेकिन उसे टोक्यो ओलिम्पिक में खेलते देखना किसे सपने के पूरे होने से कम नहीं है। अभिनव अभी इंटरनैशनल रैंकिंग में 103वें स्थान पर है।
ओलिम्पिक में पदक से कम के बारे में नहीं सोच रहे : गोलकीपर कृष्ण बी पाठक
बेंगलुरू : भारतीय हॉकी टीम को पदक का प्रबल दावेदार करार देते हुए गोलकीपर कृष्ण बी पाठक ने कहा कि टीम टोक्यो ओलिम्पिक खेलों में पदक से कम के बारे में नहीं सोच रही है। भारतीय टीम अभी बेंगलुरू स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में अभ्यास कर रही है। भारत ने 1980 के मास्को ओलिम्पिक खेलों के बाद पदक नहीं जीता है लेकिन पाठक को विश्वास है कि वर्तमान टीम इतिहास रच सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमने शीर्ष टीमों के खिलाफ अच्छा खेल दिखाया। सभी खिलाड़ी अपने खेल को लेकर आश्वस्त हैं और भारत के लिए इतिहास रचने को प्रतिबद्ध हैं। हम पदक से कम के बारे में नहीं सोच रहे हैं और हमें विश्वास है कि इस साल ओलिम्पिक में हम पदक जीत सकते हैं।
क्रोएशिया दौरे से बेहतर कुछ नहीं : मनु
नई दिल्ली : भारत की ओर से पदक के मजबूत दावेदारों में से एक दिग्गज निशानेबाज मनु भाकर का मानना है कि क्रोएशिया के मौजूदा ट्रेनिंग और प्रतियोगिता दौरे से बेहतर तैयारी नहीं हो सकती थी और टोक्यो खेलों से पहले उनकी नजरें प्रदर्शन में निरंतरता पर टिकी हैं। भारत के ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके 13 पिस्टल और राइफल निशानेबाज ओसियेक में आमंत्रित टीम के रूप में यूरोपीय चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के बाद अब जागरेब में ट्रेङ्क्षनग कर रहे हैं।
मनु ने जागरेब से कहा कि इस दौरे से काफी मदद मिली। हमारा, हमारे स्वास्थ्य और फिटनेस जरूरतों का अच्छी तरह ध्यान रखा गया और सबसे महत्वपूर्ण हमें बेहद अच्छी निशानेबाजी रेंज में ट्रेनिंग का मौका मिल रहा है और साथ ही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका भी। उन्होंने कहा कि इसलिए मुझे लगता है कि ओलिम्पिक खेलों से पहले इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता था।