विराट-अनुष्का की वृंदावन यात्रा : प्रेमानंद जी महाराज के किए दर्शन, मिली जीवन की बड़ी सीख

punjabkesari.in Tuesday, Dec 16, 2025 - 01:45 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े नामों में शुमार विराट कोहली सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि निजी जीवन में भी गहरी सोच और आध्यात्मिक जुड़ाव के लिए जाने जाते हैं। अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ उनकी हालिया वृंदावन यात्रा ने एक बार फिर यह दिखाया कि सफलता के शिखर पर पहुंचने के बाद भी वे आंतरिक शांति और मार्गदर्शन को कितना महत्व देते हैं। श्री हित राधा केली कुंज आश्रम में प्रेमानंद जी महाराज से हुई यह मुलाकात न सिर्फ आध्यात्मिक रही, बल्कि जीवन, सेवा और कर्म को देखने के नजरिए पर भी केंद्रित थी।

वृंदावन में तीसरी बार पहुंचे कोहली और अनुष्का

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा का वृंदावन से खास जुड़ाव रहा है। यह जोड़ा नियमित रूप से यहां आता रहा है और साल 2025 में यह उनकी तीसरी यात्रा मानी जा रही है। इससे पहले जनवरी में वे अपने बच्चों के साथ आश्रम पहुंचे थे, जबकि मई में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के ठीक एक दिन बाद वृंदावन का रुख किया था। हर बार की तरह इस बार भी दोनों ने सादगी और श्रद्धा के साथ समय बिताया। 

प्रेमानंद जी महाराज की सीख: सेवा और विनम्रताआश्रम में हुई बातचीत के दौरान प्रेमानंद जी महाराज ने जीवन को सेवा के रूप में देखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अपने काम को केवल पेशा नहीं, बल्कि सेवा समझना चाहिए। साथ ही, गंभीरता, विनम्रता और ईश्वर के नाम का स्मरण जीवन को संतुलित बनाता है। महाराज जी ने यह भी समझाया कि ईश्वर के दर्शन की गहरी चाह मन में होनी चाहिए, वही इंसान को सांसारिक मोह से ऊपर उठाती है। 

भावुक अनुष्का, सहमति में विराट

इस आध्यात्मिक संवाद के दौरान अनुष्का शर्मा काफी भावुक नजर आईं और पूरे ध्यान से महाराज जी की बातें सुनती रहीं। विराट कोहली भी हर सीख पर सहमति जताते दिखे। महाराज जी ने आगे कहा कि जब इंसान यह मान ले कि संसार के सुख उसे मिल चुके हैं और अब केवल ईश्वर की इच्छा शेष है, तब सच्चा आनंद उनके चरणों में मिलता है। इस पर अनुष्का ने विनम्रता से कहा, “हम आपके हैं, महाराज जी,” जिसके जवाब में उन्होंने सभी को ईश्वर का संतान बताया। 

आध्यात्म के साथ मैदान पर भी फोकस

टेस्ट और T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद विराट कोहली फिलहाल वनडे क्रिकेट में सक्रिय हैं और उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती असफलताओं के बाद उन्होंने नाबाद 74 रन की अहम पारी खेली और टीम को आसान जीत दिलाई। इसके बाद लगातार दो वनडे शतक और तीसरे मैच में नाबाद 65 रन बनाकर उन्होंने सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई। 

विराट कोहली का नया संतुलन

विराट कोहली की यह यात्रा साफ दिखाती है कि वे अब क्रिकेट और आध्यात्म के बीच संतुलन बनाकर चल रहे हैं। मैदान पर आक्रामकता और आश्रम में शांति यही संतुलन शायद उनके करियर के इस नए अध्याय की सबसे बड़ी ताकत है।


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Content Writer

Sanjeev

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