Asia Cup 2025 Final: भारत-पाकिस्तान की हाई-वोल्टेज भिड़ंत, जानें टीम इंडिया की जीत के 5 मंत्र
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 10:51 AM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : एशिया कप 2025 का सबसे बड़ा मुकाबला अब कुछ ही घंटों दूर है। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार भारत और पाकिस्तान की टीमें इस टूर्नामेंट के फाइनल में आमने-सामने होंगी। करोड़ों क्रिकेट फैंस की निगाहें इस हाई-वोल्टेज भिड़ंत पर टिकी हुई हैं। मौजूदा टूर्नामेंट में भारत ने पाकिस्तान को दो बार हराया है, लेकिन फाइनल का दबाव हमेशा अलग होता है। ऐसे में अगर टीम इंडिया खिताब जीतना चाहती है तो उसे पांच अहम पहलुओं पर ध्यान देना होगा।
1. पाकिस्तानी पेस अटैक से बचकर निकलना
पाकिस्तान के पास शाहीन शाह अफरीदी और हारिस रऊफ जैसे खतरनाक तेज गेंदबाज हैं। ये दोनों नई गेंद से बल्लेबाजों को शुरूआत में परेशान करने में माहिर हैं। ऐसे में भारत के सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल को धैर्य और सावधानी से खेलना होगा। अगर शुरुआती विकेट सुरक्षित रहे, तो पाकिस्तान की गेंदबाजी पर दबाव अपने आप बढ़ जाएगा।
2. मध्यक्रम की जिम्मेदारी
अब तक भारत की जीत में सलामी बल्लेबाजों की अहम भूमिका रही है। लेकिन अगर वे जल्दी आउट हो जाते हैं, तो मध्यक्रम को जिम्मेदारी उठानी होगी। कप्तान सूर्यकुमार यादव से बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी, वहीं संजू सैमसन और शिवम दूबे को भी मौके का पूरा फायदा उठाना होगा, ताकि रनगति बनी रहे।
3. स्पिनरों से उम्मीदें
दुबई की पिच धीमी और स्पिनरों के लिए अनुकूल मानी जाती है। भारत के पास कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल जैसे बेहतरीन स्पिन विकल्प मौजूद हैं। खासकर कुलदीप, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है, मिडिल ओवर्स में विपक्ष पर दबाव बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
4. टॉस का अहम रोल
दुबई में टॉस का फैसला मैच की दिशा तय कर सकता है। आमतौर पर कप्तान टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनते हैं, लेकिन हाल के मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम भी सफल रही है। ऐसे में कप्तान सूर्यकुमार यादव को पिच की स्थिति देखकर समझदारी से फैसला लेना होगा। अगर पहले बल्लेबाजी का मौका मिले, तो एक मजबूत स्कोर खड़ा करना बेहद जरूरी होगा।
5. दबाव से बचना और संयम बनाए रखना
भारत-पाकिस्तान का मुकाबला केवल क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि करोड़ों भावनाओं का टकराव होता है। ऐसे में खिलाड़ियों के लिए संयम बनाए रखना बेहद जरूरी है। छोटी गलतियां और अति-आत्मविश्वास नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। टीम को एकजुट होकर खेलना होगा और आखिरी गेंद तक फोकस बनाए रखना ही जीत की असली कुंजी होगी।