ट्रेनिंग सेन्टरों की कमी के कारण देश के खिलाड़ी विदेशों में जाकर पिछड़ जाते हैं- आन्नदेश्वर पाण्डेय

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2020 - 09:57 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के कोषाध्यक्ष आन्नदेश्वर पाण्डेय ने बुधवार को कहा कि खेलों के लिए विदेशों के मुकाबले भारत में खेल ट्रेनिंग सेन्टरों की कमी के कारण भारतीय खिलाड़ी विदेशों में जाकर पिछड़ जाते हैं। पाण्डेय ने यहां पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री का नारा है कि ‘‘खेलेगा इंडिया तो, खिलेगा इंडिया'' इस पर काम किया जा रहा हैं। देश में खेल को और आगे ले जाने के लिए खेल मंत्रालय, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और आईओए प्लान बना रहा है कि हर राज्यों को कैसे खेल में और भागीदारी के लिए कैसे जोड़ा जाए। 

उन्होंने कहा कि खेलों के लिए देश में ट्रेनिंग सेन्टरों की कमी के कारण यहां के खिलाड़ी विदेशों में जाकर पिछड़ जाते है। उन्होंने कहा कि देश में लोग खेल को बहुत गंभरता से नहीं लेते हैं। हमारी पीढ़ी कमजोर होती जा रही है। शारीरिक दम उनका कमजोर होता जा रहा है। इस कारण उनका बौद्धिक विकास भी प्रभावित होता दिख रहा है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है।

पाण्डेय ने कहा कि विदेशों में जहां पांच से पन्द्रह वर्ष तक के बच्चों को 40 फीसदी दिमागी शिक्षा और 60 फीसदी शारीरिक शिक्षा दी जाती है। इस शिक्षा से वहां के बच्चे शरीर के साथ-साथ मन से भी तेज माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने पांच से पन्द्रह वर्ष के बच्चों को पूरा पौष्टिक आहार नहीं दे पाते हैं। पौष्टिक आहार का मतलब चावल, दाल और रोटी नहीं है, बल्कि फ़ूड सप्लीमेंट होता है। विदेशों में कोच इसका पालन करते हैं।


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Jasmeet

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