''वह खुद ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे'' : पूर्व कप्तान ने रोहित शर्मा के भविष्य पर दिया बयान
punjabkesari.in Tuesday, Nov 05, 2024 - 06:27 PM (IST)
नई दिल्ली : अगर भारत ऑस्ट्रेलिया में अपनी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो रोहित शर्मा लंबे प्रारूप से संन्यास ले सकते हैं, इसलिए भारत को उनके प्रतिस्थापन के लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। ऐसा पूर्व कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत का मानना है। जून में भारत को दूसरा टी20 विश्व कप जीतने के बाद रोहित ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। हालांकि 37 वर्षीय खिलाड़ी खराब फॉर्म में हैं और उन्होंने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट में 0-3 से मिली हार के दौरान अपनी नेतृत्व क्षमता की कमी को स्वीकार किया है।
भारत व्यक्तिगत कारणों से 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाले पहले मैच में रोहित के बिना खेल सकता है। अगले साल लगातार तीसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जाने के लिए भारत को अपने पांच में से चार टेस्ट जीतने होंगे। श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'आपको आगे के बारे में सोचना शुरू करना होगा। अगर रोहित शर्मा अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो मुझे लगता है कि वह खुद ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। वह केवल वनडे खेलेंगे। वह पहले ही टी20 क्रिकेट छोड़ चुके हैं। हमें यह ध्यान रखना होगा कि उनकी उम्र भी बढ़ रही है।'
टेस्ट क्रिकेट में रोहित ने 42.27 की औसत से 4,270 रन बनाए हैं, लेकिन उनके हालिया प्रदर्शन की आलोचना हुई है। उन्होंने अपनी पिछली 10 पारियों में केवल छह सिंगल-फिगर रन और एक अर्धशतक बनाया है। ब्लैक कैप्स के खिलाफ वह महत्वपूर्ण समय पर लापरवाह शॉट खेले। पूर्व मुख्य चयनकर्ता श्रीकांत के अनुसार कप्तान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी गलतियों को स्वीकार करके सही किया। श्रीकांत ने कहा, 'रोहित को इस बात को स्वीकार करने के लिए बधाई कि उन्होंने पूरी सीरीज में खराब खेला और खराब कप्तानी की। यह बहुत अच्छी बात है।'
उन्होंने कहा, 'यह लय में वापस आने के लिए खिलाड़ी का पहला कदम होता है। अपनी गलती को स्वीकार करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह एक इंसान का बहुत महत्वपूर्ण गुण है। उन्होंने इसे खुले तौर पर स्वीकार किया। इसका मतलब है कि वह ठीक होने की राह पर है, ऐसा मेरा मानना है।' रोहित ने आखिरी बार मार्च 2024 में धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शतक लगाया था। उन्होंने उस घरेलू सत्र का अंत धमाकेदार तरीके से किया था। लेकिन इस घरेलू सत्र में भारतीय कप्तान का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। 5 मैचों की 10 पारियों में रोहित ने 13.30 की औसत से 133 रन बनाए, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 52 रहा।