Bye-Bye 2019: चोटों ने नीरज-हिमा की रफ्तार थामी, एथलेटिक्स में छाए रहे ये विवाद

punjabkesari.in Thursday, Dec 26, 2019 - 02:54 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय एथलेटिक्स के दो बड़े सितारे नीरज चोपड़ा और हिमा दास चोटों के कारण सुर्खियों से दूर रहे जिससे वैश्विक पदक के मामले में यह साल देश के एथलेटिक्स के लिए सूखा रहा जिसमें डोपिंग के अलावा उम्र में हेरफेर के विवाद जारी रहे। हालांकि निराशाओं के बीच दुती चंद इतिहास रचने में कामयाब रही। वह 100 मीटर की स्पर्धा जीतकर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। 

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स्वर्ण पदक बचाने नहीं उतर सके नीरज 

देश ने मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले और पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा (अविनाश साबले) में 2020 ओलंपिक खेलों में स्थान पक्का किया। वर्ष 2018 में नीरज चोपड़ा विश्व स्तरीय भाला फेंक एथलीट बनकर सुर्खियों में रहे थे। लेकिन 22 साल का खिलाड़ी पटियाला में ट्रेनिंग के दौरान चोटिल हो गया जिसके लिए उन्हें इस साल मई में कोहनी की सर्जरी करानी पड़ी। इससे वह दोहा में एशियाई चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक का बचाव करने नहीं उतर सके। वह विश्व चैम्पियनशिप भी नहीं खेल पाए।

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अंतिम मिनटों में विश्व चैम्पियनशिप से हटाई गई हिमा

जूनियर विश्व चैम्पियन हिमा सत्र के शुरूआती हिस्से में एक्शन में रहीं लेकिन 2018 एशियाई खेलों के बाद उनकी पीठ के निचले हिस्से में लगी चोट उन्हें परेशान करती रही। यूरोप में ट्रेनिंग करने के साथ वह सुर्खियों में आई क्योंकि चेक गणराज्य और पोलैंड में औसत दर्जें के टूर्नामेंटों में उन्होंने लगातार छह स्वर्ण पदक जीते जिससे मीडिया में हलचल मच गई। असम की ‘धिंग एक्सप्रेस' ने हालांकि एशियाई चैम्पियनशिप से हटने का फैसला किया। इस 19 साल की खिलाड़ी को विश्व चैम्पियनशिप में चुना गया लेकिन भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने अंतिम मिनट में उनका नाम हटा दिया। 

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एथलेटिक्स में अनु और अविनाश ने किया कमाल 

भारतीयों ने तीन स्पर्धाओं (मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले, पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज और महिलाओं की भालो फेंक स्पर्धा) के फाइनल में प्रवेश किया। अनु रानी भाला फेंक थ्रो के फाइनल के लिए क्वालीफाई होने वाली पहली भारतीय महिला बनी। वहीं 3000 मीटर स्टीपलचेज खिलाड़ी अविनाश साबले ने तीन दिन में दो बार अपना ही राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ा। 

डोपिंग विवाद 

एथलेटिक्स इस तरह से बाडीबिल्डिंग और भारोत्तोलन के बाद डोपिंग में सबसे ज्यादा खिलाड़ियों के पकड़े जाने वाला देश तीसरा खेल बन गया, जिसमें इस साल करीब 20 डोपिंग मामले सामने आए। मुख्य डोपिंग विवाद इस प्रकार हैं - 

1. गोमती मरिमुथु को स्टेराइड का पाजीटिव पाए जाने के बाद एशियाई चैम्पियनशिप का पदक छीन लिया गया। 

2. एशियाई चैम्पियनशिप के दौरान कांस्य पदक जीतने वाली संजीवनी जाधव को डोपिंग परीक्षण में विफल पाए जाने के बाद अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया। 

3. गोलाफेंक एथलीट मनप्रीत कौर को 2017 में चार डोप परीक्षण में विफल पाए जाने के बाद राष्ट्रीय डोपिंग एजेंसी ने 4 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया। 

इस साल भी जारी रही उम्र संबंधित धोखाधड़ी

वहीं उम्र संबंधित धोखाधड़ी भी जारी रही जिसमें 51 युवाओं को अधिक उम्र का पाया गया जबकि दुनिया के सबसे बड़े प्रतिभा खोज कार्यक्रमों में से एक की प्रतियोगिता राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर स्पर्धा के दौरान परीक्षण से बचने के लिए 169 खिलाड़ी भाग गए। वर्ष 2018 में 100 से ज्यादा एथलीट अधिक उम्र के पाए गए थे और इस साल आंध्र प्रदेश के गुंटुर में राष्ट्रीय जूनियर चैम्पियनशिप के दौरान करीब 100 खिलाड़ी उम्र की हेराफेरी में पकड़े गए थे। इसके अलावा रायपुर में राष्ट्रीय युवा चैम्पियनशिप के दौरान 50 एथलीट अधिक उम्र के निकले। 

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दुती ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किए समलैंगिंक संबंध

वहीं दुती एक रिश्तेदार के साथ समलैंगिंक संबंध की बात सार्वजनिक तौर पर स्वीकार करने वाली पहली खिलाड़ी बनीं। हालांकि उन्होंने महिला साथी का नाम तो नहीं बताया लेकिन ये जरूर कहा कि वह उन्हीं के गांव की है। 


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Sanjeev

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