आज विश्व शतरंज दिवस : भारत बना शतरंज की नई महाशक्ति
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 06:49 PM (IST)

नई दिल्ली ( निकलेश जैन ) हर वर्ष 20 जुलाई को विश्व शतरंज दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन 1924 में पेरिस में अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ फीडे की स्थापना की याद में मनाया जाता है। 1966 से यह दिवस आधिकारिक तौर पर मनाया जाने लगा, और आज यह दुनियाभर में शतरंज प्रेमियों के लिए गर्व और प्रेरणा का दिन बन चुका है।
भारत: शतरंज का वर्तमान और भविष्य
भारत में शतरंज की परंपरा प्राचीन है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान विश्वनाथन आनंद की बदौलत मिली। उन्होंने भारत को पहली बार विश्व चैंपियन बनाकर शतरंज जगत में एक नई पहचान दिलाई। उनके बाद पी. हरिकृष्णा और विदित गुजराती ने भारत को टॉप 20 में बनाए रखा।
अब भारत की नई पीढ़ी ने इस विरासत को और भी ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।भारत के लिए ऐतिहासिक साल: गुकेश बने विश्व चैंपियन
2024 में डी गुकेश ने चीन डिंग लिरेन को हराकर विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। वे ऐसा करने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने गुकेश अब सबसे युवा विश्व चैंपियन भी हैं, और उन्होंने भारत को एक नई ऊंचाई पर पहुँचा दिया है।
प्रज्ञानन्दा और अर्जुन: अगली कतार के चैलेंजर : आर प्रज्ञानन्दा और अर्जुन एरिगैसी दोनों ही विश्व स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रग्गा कैंडिडैट्स फाइनलिस्ट रहे और अर्जुन लगातार सुपर टूर्नामेंट में टॉप ग्रैंडमास्टर्स को चुनौती दे रहे हैं। आने वाले समय में ये दोनों भी विश्व चैंपियनशिप के प्रबल दावेदार बन सकते हैं।
अन्य उभरते सितारे निहाल सरीन और अरविंद चितांबरम जैसी युवा प्रतिभाएं भी अपनी ठोस शैली और तेज़ सोच के दम पर भारत की शतरंज ताकत को और भी गहराई दे रही हैं।
महिला वर्ग: हम्पी-हरिका की विरासत को संभालती नई पीढ़ी वैशाली: प्रज्ञानन्दा की बहन और अब खुद एक ग्रैंडमास्टर, क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर उन्होंने दिखाया कि भारत का महिला शतरंज भी इतिहास रचने को तैयार है।
दिव्या देशमुख: आक्रामक खेल और आत्मविश्वास से वह विश्व की टॉप खिलाड़ियों को टक्कर दे रही हैं। वंतिका अग्रवाल: गहरी तैयारी और संतुलित खेल के साथ वह भारतीय टीम की मज़बूत आधारशिला बन चुकी हैं।
शतरंज ओलंपियाड मे दोहरे स्वर्ण पदक विजेता भारत के साख अब शतरंज मे एक महाशक्ति की है और आने वाले समय मे यह और मजबूत होने जा रही है ।