लक्ष्मण का NCA में कार्यकाल जल्द होने वाला है खत्म, क्या बरकरार रख सकता है BCCI
punjabkesari.in Friday, May 24, 2024 - 04:51 PM (IST)
चेन्नई : यह जगजाहिर है कि वीवीएस लक्ष्मण की भारतीय टीम के मुख्य कोच पद पर काबिज होने की कोई इच्छा नहीं है और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में क्रिकेट प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल इस साल सितंबर में खत्म हो रहा है जिससे यह देखना होगा कि बीसीसीआई किस तरह उन्हें ‘सेट अप' में बरकरार रखने में कामयाब होता है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटोर गौतम गंभीर को बीसीसीआई के लिए उपलब्ध विकल्पों में प्रबल दावेदार माना जा रहा है लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सचिव जय शाह ने राष्ट्रीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों से गंभीर पर सर्वसम्मति से रजामंदी के बारे में बात की है या नहीं। शाह ने शुक्रवार को एक बयान में किसी भी आस्ट्रेलियाई उम्मीदवार से संपर्क किए जाने से इनकार किया था। उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भारतीय कोच की तलाश कर रहा है जो देश के क्रिकेट को अंदर से बखूबी जानता हो।
लक्ष्मण एनसीए में करीब तीन साल के कार्यकाल के दौरान अंतरिम भारतीय कोच रह चुके हैं जिससे हैदराबाद का यह स्टाइलिश पूर्व क्रिकेटर इस पद के लिए सबसे मुफीद दिखता है। लेकिन उन्होंने इस पद के लिए आवेदन ही नहीं किया है जो अगले साढ़े तीन वर्षों के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से काफी थकाऊ होगा। आवेदन की अंतिम तारीख 27 मई है। अगर वह आवेदन करते हैं तो बीसीसीआई के हाई परफोरमेंस सेंटर में अपनी साख की बदौलत वह मजबूत दावेदार होंगे।
बीसीसीआई भी इस 49 वर्षीय के लिए रूकना चाहेगा और शायद उन्हें इस शीर्ष पद के लिए मनाने की कोशिश भी करेगा। बीसीसीआई के पूर्व अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘यह पूरी तरह से जय पर निर्भर करगा लेकिन उन्हें वीवीएस लक्ष्मण को भारतीय कोचिंग ‘सेट अप' का हिस्सा बनने के लिए मनाना होगा, कम से कम जब वे लाल गेंद की श्रृंखला खेलें।'
उन्होंने कहा, ‘अगर वह पूर्ण कालिक पद पर काम करने के इच्छुक नहीं हैं तो जब भारतीय टीम इस साल ऑस्ट्रेलिया और अगले साल इंग्लैंड में लाल गेंद की श्रृंखला खेलेगी तो वह सलाहकार के तौर पर जुड़ सकते हैं।' यह भी समझा जा सकता है कि एनसीए का कार्यकाल खत्म होने के बाद लक्ष्मण का फिर से आईपीएल में जाना मुश्किल नहीं होगा क्योंकि उनके पास कम से कम एक फ्रेंचाइजी की पेशकश है। वह कमेंटेटर कम विश्लेषक भी हैं।