मुरलीधरन ने आज ही के दिन रचा था इतिहास, टेस्ट में ऐसा करने वाले बने थे पहले खिलाड़ी
punjabkesari.in Wednesday, Jul 22, 2020 - 03:11 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर और महान स्पिनर गेंदबाजों में शामिल मुथैया मुरलीधरन ने दस साल पहले (22 जुलाई 2010) आज ही के दिन इतिहास रचते हुए अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। मुरलीधरन ने भारत के खिलाफ खेलते हुए टेस्ट मैच में 800 विकेट्स पूरे किए थे और ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज बन गए थे।
ऐसे पूरा किया 800 टेस्ट विकेट्स का सपना
अपने आखिरी टेस्ट से पहले मुरली के नाम टेस्ट क्रिकेट में 792 विकेट थे और उन्हें 8 विकेट्स की जरूरत थी। ऐसे में भारत के खिलाफ आखिरी मैच में वह यह कमाल करने में कामयाब हुए। उन्होंने पहला विकेट सचिन तेंदुलकर का लिया। इसके बाद बारिश के कारण मैच रुक गया। गाला में लगादार दो दिन बारिश के बाद मुरली जब वापस मैदान पर लौटे तो उन्होंने भारतीय बल्लेबाज़ों को ऐसा परेशान किया कि सिर्फ चौथे दिन ही पांच विकेट मुरली ले लिए। आखिरी दिन (22 जुलाई 2010) मुरली ने प्रज्ञान ओझा को आउट कर इतिहास रचाते हुए अपना सपना पूरा किया और क्रिकेट को अलविदा कहा।
मुरलीधरन के रिकाॅर्ड्स
18 साल के लंबे करियर में मुरलीधरन ने 166 टेस्ट खेले इस दौरान उन्होंने 22.7 की औसत से विकेट्स झटके।
मुरलीधरण ने 400 से 700 विकेट सबसे तेजी से झटके
मुरली ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 44039 गेंदे फेंकी
मुरली 3 ग्राऊंड्स पर 100 से ज्यादा विकेट लेने वाले पहले बॉलर हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने श्रीलंका के घरेलू मैदानों पर लिए सबसे ज्यादा 493 विकेट लिए हैं।
मुरली के नाम 4 टेस्ट मैचों में लगातार 10 से ज्यादा विकेट लेने का भी रिकॉर्ड दर्ज है।
मुरलीधरन के नाम हैं कुल 1347 विकेट्स
टेस्ट क्रिकेट में रिटायरमेंट के बाद मुरलीधरन ने आईसीसी विश्व कप 2011 फाइनल में भारत के खिलाफ अंतिम एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच के साथ छोटे फॉर्मेट में खेलना जारी रखा। उन्होंने वनडे में 350 मैचों में 534 विकेट्स लेने के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास के दौरान तीनों फार्मैट में उनके कुल 1347 विकेट्स हैं जिसमें 13 उन्होंने विकेट्स टी20 में हासिल किए।