उमरान मलिक को देख बोला महान गेंदबाज, ब्रेट ली, अख्तर व शॉन टैट के बाद ऐसे रफ्तार नहीं देखी
punjabkesari.in Thursday, Apr 28, 2022 - 03:47 PM (IST)

नई दिल्ली : सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज उमरान मलिक को ‘हीरा’ करार करते हुए न्यूजीलैंड के महान गेंदबाज डेनियल विटोरी ने कहा कि इस युवा की रफ्तार बल्लेबाजों में घबराहट पैदा करती है इसलिए उसके कार्यभार का प्रबंधन किया जाना चाहिए। न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और महान स्पिनर विटोरी ने कहा कि ब्रेट ली, शोएब अख्तर और शॉन टैट के युग के खत्म होने के बाद मलिक एक ‘दुर्लभ’ प्रतिभा के रूप में सामने आए।
विटोरी ने 113 टेस्ट में 362 और 295 वनडे में 305 विकेट चटकाये हैं। उन्होंने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ के ‘टी20 टाइम आउट’ शो में कहा, ‘उसकी रफ्तार बल्लेबाजों में घबराहट पैदा करती है और ऐसा सिर्फ पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ नहीं बल्कि सभी बल्लेबाजों के साथ होता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें अक्सर 153-154 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हुए गेंदबाज नहीं दिखते। यह गजब की रफ्तार है, यह विरले ही देखने को मिलती है जो हमने ब्रेट ली, शोएब अख्तर या शॉन टैट के बाद शायद नहीं देखी है।’
विटोरी ने कहा, ‘इसलिए आप रोमांच देख सकते हो जिससे मैच में ‘एक्स फैक्टर’ (विशेष प्रतिभा) देखने को मिलता है।’ उन्होंने साथ ही कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को इस ‘दुर्लभ’ प्रतिभा को बचाने के लिये मलिक के कार्यभार का प्रबंधन करना चाहिए। विटोरी ने कहा, ‘वह एक हीरा है और बस बात इतनी है कि किस तरह भारतीय क्रिकेट में अगले दो वर्षों में उसकी प्रतिभा की देखभाल की जाती है और उससे कैसे सर्वश्रेष्ठ निकाला जा सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘अगर वह बीसीसीआई या एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) की छत्रछाया में आ जाता है तो यह उसके लिए सर्वश्रेष्ठ चीज होगी और वे उसके कार्यभार का प्रबंधन कर सकते हैं क्योंकि एक खिलाड़ी के लिए अपनी रफ्तार के लिए गेंदबाजी करते रहने का लोभ बना रहता है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं शेन बांड के साथ हुए वार्तालाप के आधार पर यह बात कह रहा हूं क्योंकि उन्हें लगता है कि आप जितनी गेंदबाजी करते हो, आप उतने ही धीमे होते रहते हो।’
बांड इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई फ्रेंचाइजी के मौजूदा गेंदबाजी कोच हैं जो न्यूजीलैंड के महान तेज गेंदबाज भी हैं। विटोरी ने कहा, ‘उपमहाद्वीप में आपको नेट गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, आप दौरों पर जाते हो। इसलिए कार्यभार थोड़ा ज्यादा हो सकता है।’