टोक्यो में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कोचिंग सदस्यों का होगा बदलाव, NRAI चीफ ने दिए संकेत

punjabkesari.in Tuesday, Jul 27, 2021 - 03:41 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क: ओलंपिक निशानेबाजी में एक बार फिर शीर्ष खिलाड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने कोचिंग सदस्यों को ‘पूरी तरह' से बदलने का वादा किया है। रियो ओलंपिक (2016) की तरह तोक्यो में भी भारतीय निशानेबाजों का प्रदर्शन अब तक निराशाजनक रहा है। भारत के रिकार्ड 15 निशानेबाजों ने इन खेलों का टिकट कटाया था लेकिन भारतीय दल अब गलत कारणों से सुर्खियों में है जिसमें टीम में गुटबाजी की खबरें भी सामने आ रही हैं। इस बीच एनआरएआई के प्रमुख रनिंदर सिंह ने कोचिंग और सहायक कर्मचारियों में बड़ा बदलाव करने का वादा किया।

एनआरएआई के प्रमुख सिंह ने कहा, ‘‘ निश्चित रूप से प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं है और मैंने कोचिंग और सहयोगी सदस्यों में बदलाव की बात कही है।'' उन्होंने यह बातें राइफल और पिस्टल निशानेबाजों द्वारा मिश्रित टीम स्पर्धाओं के क्वालीफिकेशन चरणों को पार करने में विफल रहने के बाद कही। इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि निशानेबाज आईएसएसएफ विश्व कप के अपने शानदार प्रदर्शन को ओलंपिक में दोहराने में नाकाम क्यों रह रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हमारे निशानेबाजों को इन बड़े मौकों के लिए तैयार करने में कुछ कमी है, क्योंकि स्पष्ट रूप उनमें प्रतिभा है और हमने इसे यहां भी देखा है।''

उन्होंने कहा कि महासंघ और अन्य संबंधित हितधारकों ने खेलों के लिए निशानेबाजों को तैयार करने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास किया। इसमें ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा के नेतृत्व वाले पैनल की सिफारिशों को लागू करना शामिल है, जो पांच साल पहले रियो डि जनेरियो में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बना था। एनआरएआई ने पदक की उम्मीद मनु भाकर का जूनियर राष्ट्रीय कोच जसपाल राणा के साथ मनमुटाव होने के बाद भारत के पूर्व निशानेबाज और कोच रौनक पंडित को उन्हें प्रशिक्षित करने का जिम्मा दिया।  

सिंह ने कहा कि उन्होंने उन दोनों के बीच चीजों को सुलझाने की कोशिश की थी। उन्होंने हालांकि कहा कि भारतीय निशानेबाजी टीम के लिए अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है क्योंकि कुछ निशानेबाजों की स्पर्धाएं बाकी हैं। सिंह ने कहा, ‘‘ अब भी हमारे कुछ निशानेबाजों को अपनी स्पर्धाओं में शुरुआत करनी है। अपनी टीम का समर्थन करना जारी रखिये और मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि हमें अच्छे नतीजे मिलेंगे। प्रदर्शन की समीक्षा हम इन खेलों के खत्म होने के बाद भी कर सकते हैं।'' भारत को मिश्रित टीम स्पर्धाओं से पदक की सबसे ज्यादा उम्मीद थी।
 


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Content Editor

rajesh kumar

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