दादा रिवाइंड : देखें गांगुली की वो ऐतिहासिक पारियां, जिससे बना दिया BCCI प्रेसिडेंट

punjabkesari.in Wednesday, Oct 23, 2019 - 12:51 PM (IST)

नई दिल्ली : सौरव गांगुली बीसीसीआई के 39वें प्रेसिडेंट बन गए हैं। मुंबई हेडक्वार्टर में सालाना मीटिंग के दौरान गांगुली को यह पदभार सौंपा गया। गांगुली भारत के महज इसे दूसरे कप्तान हैं जिन्हें यह पद मिला है। गांगुली ने यह पद पाने के लिए भी खूब मेहनत की है। आइए आपको बताते हैं सौरव गांगुली की 10 ऐतिहासिक पारियों के बारे में जिसने गांगुली का कद इतना बढ़ा करने में मदद की कि आज वह बीसीसीआई पे्रसिडेंट हैं।

एक नजर में सौरव गांगुली का क्रिकेट करियर
टेस्ट : 113 मैच, 7212 रन, 16 शतक, 35 अर्धशतक, 42.2 औसत, 32 विकेट
वनडे : 311 मैच, 11363 रन, 22 शतक, 72 अर्धशतक, 41.02 औसत, 100 विकेट
फस्र्ट क्लास : 254 मैच, 15687 रन, 33 शतक, 89 अर्धशतक, 41.18 औसत, 167 विकेट
लिस्ट ए : 437 मैच, 15622 रन, 31 शतक, 97 अर्धशतक, 41.32 औसत, 171 विकेट
ट्वंटी-20 : 77 मैच, 1726 रन, 0 शतक, 8 अर्धशतक, 25.01 औसत, 29 विकेट

इंग्लैंड के खिलाफ 131 रन : गांगुली ने लॉड्र्स के मैदान पर अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाया था। नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में 131 रन बनाए थे।

 

विश्व कप 1999 में 183 रन : क्रिकेट विश्व कप 1999 में गांगुली ने श्रीलंका के खिलाफ टॉटन के मैदान पर 183 रन बनाए थे। इसी मैच में गांगुली और द्रविड़ ने दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 318 रन जोड़े थे। गांगुली ने अपनी पारी में 17 चौके और 7 छक्के लगाए थे।

 

साऊथ अफ्रीका के खिलाफ 141 रन : सन 2000 में गांगुली ने साऊथ अफ्रीका के खिलाफ शानदार 141 रन बनाए थे। गांगुली की 11 चौके और 6 छक्कों से सजी इस पारी के कारण भरतीय टीम ने 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 295 रन बना लिए थे।

 

न्यूजीलैंड के खिलाफ 117 रन : गांगुली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 15 अक्टूबर, 2000 में 117 रन बनाए थे। इसके लिए मुश्किल हालातों वाली इस पिच पर गांगुली ने 130 गेंदों का सामना किया था। गांगुली ने अपनी पारी के दौरान 9 चौके और 4 छक्के भी लगाए थे।

 

इंग्लैंड के खिलाफ 60 रन : टीम इंडिया को नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में जितवाने का श्रेय भले ही मोहम्म्द कैफ और युवराज सिंह को जाता है लेकिन इस मैच में गांगुली की 60 रन की पारी को भी कोई भूल नहीं सकता। गांगुली की पारी की बदौलत टीम इंडिया मुश्किल हालात से बाहर निकली थी। लिहायजा टीम इंडिया ने इंगलैंड पर जीत हासिल की।

 

इंग्लैंड के खिलाफ 128 रन : अगस्त 2002 में हेडग्ले के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट में गांगुली ने 128 रन बनाए। उन्होंने दोहरे शतक से चूकने वाले सचिन (193) के साथ मिलकर इंगलैंड के गेंदबाजों की खूब क्लास लगाई थी। 

 

केन्या के खिलाफ 111 रनों की पारी : गांगुली ने केन्या के खिलाफ भी 114 गेंद में 111 रनों की पारी खेलकर प्रशंसकों का दिल जीत लिया था। गांगुली ने इस पारी में 5 चौके और 5 छक्के जड़े थे।

 

न्यूजीलैंड के खिलाफ 153 रन : नवंबर 1999 में ग्वालियर में खेले गए मुकाबले में गांगुली अकेले ही भारतीय टीम के लिए तारनहार बने। उनके साथ खेल रहे रॉबिन सिंह ही 20 रनों का आंकड़ा छू पाए थे लेकिन एक छोर संभाले गांगुली ने 3 छक्के और 18 चौकों की मदद से 153 रन बनाकर टीम को 260 रन तक पहुंचा दिया था।

 

पाकिस्तान के खिलाफ 141 रन : 25 जनवरी 2000 को 141 रनों की पारी खेलकर पाकिस्तानी गेंदबाजो को बता दिया कि जब तक वे क्रीज पर है टीम इंडिया हार नहीं मान सकती। भारत ने इस मुकाबले में जीत हासिल की थी। कुंबले ने 40 रन देकर 4 विकेट झटके थे।

 

पाकिस्तान के खिलाफ 124 रन : सिल्वल जुबली इंडिपेंडेंस कप में गांगुली ने पाकिस्तान के खिलाफ 124 रन बनाए थे। जनवरी 1998 में खेले गए इस मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 314 रन बनाए थे। जवाब में गांगुली ने शतक लगाकर टीम इंडिया को मैच जितवाया था।


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Jasmeet

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