IND vs AUS मैच में Shami को ''रोजा'' न रखने पर कहा अपराधी, बचाव में आए बचपन के कोच सिद्दीकी

punjabkesari.in Thursday, Mar 06, 2025 - 06:52 PM (IST)

मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) : भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के बचपन के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी ने ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी द्वारा रमजान के दौरान 'रोजा' न रखने पर दिए गए विवादित बयान के बीच स्टार गेंदबाज का बचाव किया। सिद्दीकी ने कहा कि शमी ने मैच के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीकर बिल्कुल सही किया और 'देश पहले आता है।' 

इससे पहले बरेलवी ने रमजान के दौरान 'रोजा' न रखने पर भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी को "अपराधी" कहकर विवाद खड़ा कर दिया था। रमजान के दौरान 34 वर्षीय खिलाड़ी को मंगलवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा गया था। सिद्दीकी ने शमी का बचाव करते हुए कहा, 'शमी ने जो भी किया वह सही था और इन बातों पर ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है। उन्हें फाइनल मैच पर ध्यान देना चाहिए और इन सब बातों को भूल जाना चाहिए। उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है, उन्होंने यह सब देश के लिए किया है। निजी बातें बाद में की जा सकती हैं, लेकिन देश पहले आता है...मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि ऐसी बातें न करें और पूरी टीम के साथ खड़े हों।' 

मौलाना बरेलवी ने कहा था, 'रोजा न रखकर उन्होंने (मोहम्मद शमी) अपराध किया है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। शरीयत की नजर में वह अपराधी हैं। उन्हें खुदा को जवाब देना होगा।' मौलाना बरेलवी ने कहा कि रोजा अनिवार्य कर्तव्यों में से एक है और जो कोई भी इसका पालन नहीं करता है वह अपराधी है। मौलाना बरेलवी ने कहा, 'अनिवार्य कर्तव्यों में से एक 'रोजा' (उपवास) है...यदि कोई स्वस्थ पुरुष या महिला 'रोजा' नहीं रखता है, तो वह बड़ा अपराधी होगा। भारत के एक प्रसिद्ध क्रिकेट व्यक्तित्व मोहम्मद शमी ने मैच के दौरान पानी या कोई अन्य पेय पदार्थ लिया था।' 

रमजान इस्लामी कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना है और हिजरी (इस्लामी चंद्र कैलेंडर) के नौवें महीने में आता है। इस पवित्र अवधि के दौरान मुसलमान भोर से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं, जिसे रोजा कहा जाता है, जो इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है जो भक्ति, आत्म-संयम और आध्यात्मिक चिंतन के मूल्यों को दर्शाता है। शमी के बचाव में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने गुरुवार को कहा कि चूंकि गेंदबाज खेल रहा था, इसलिए उसके पास रोजा न रखने का विकल्प था और किसी को भी क्रिकेटर पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं है। 

महली ने कहा, 'सभी मुसलमानों के लिए रोजा रखना अनिवार्य है, खास तौर पर रमजान के महीने में। हालांकि अल्लाह ने कुरान में उल्लेख किया है कि अगर कोई व्यक्ति यात्रा पर है या बीमार है, तो उसके पास रोजा न रखने का विकल्प है। मोहम्मद शमी के मामले में वह दौरे पर हैं, इसलिए उनके पास रोजा न रखने का विकल्प है। किसी को भी उन पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं है।' 

इससे पहले आज, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के चचेरे भाई मुमताज अपने भाई के समर्थन में सामने आए और कहा कि वह देश के लिए खेल रहे हैं और उन्होंने उन लोगों को 'शर्मनाक' कहा जो क्रिकेटर पर 'रोजा' न रखने का आरोप लगा रहे हैं। मुमताज ने कहा, 'वह देश के लिए खेल रहे हैं। कई पाकिस्तानी खिलाड़ी हैं जिन्होंने 'रोजा' नहीं रखा है और मैच खेल रहे हैं, इसलिए यह कोई नई बात नहीं है। यह बहुत शर्मनाक है कि उनके बारे में ऐसी बातें कही जा रही हैं। हम मोहम्मद शमी से कहेंगे कि वह इन बातों पर ध्यान न दें और 9 मार्च को होने वाले मैच की तैयारी करें।' 

शमी ने 10 ओवर में 48 रन देकर 3 विकेट लेकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। अब वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। इस मेगा इवेंट में अब तक इस तेज गेंदबाज ने चार मैचों में 19.88 की औसत से आठ विकेट लिए हैं। 
 


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Content Writer

Sanjeev

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