चैम्पियंस ट्रॉफी : क्या टीम के चयन में लिया जोखिम आएगा भारत के काम?

punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 07:10 PM (IST)

बेंगलुरू : कोच गौतम गंभीर का फलसफा रहा है कि जितना अधिक जोखिम, उतना ही अच्छा फल लेकिन चोट के कारण करिश्माई तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर होने के बाद क्या यह रणनीति भारत के लिये कारगर साबित होगी? इस सवाल का जवाब सीधा नहीं है चूंकि अंतिम 15 को चुनते समय काफी जोखिम लिया गया। 

दुबई जाने वाली टीम में पांच स्पिनर रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव और वरूण चक्रवर्ती होंगे। बुमाह की जगह हर्षित राणा ने ली है जबकि अधिक अनुभवी मोहम्मद सिराज को युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और हरफनमौला शिवम दुबे के साथ रिजर्व में रखा गया है जो टीम के साथ यात्रा नहीं करेंगे। भारत के मैच दुबई में होने हैं जहां आम तौर पर वनडे क्रिकेट में तेज गेंदबाजों को अधिक कामयाबी मिली है। 

दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पर 2009 के बाद से 58 वनडे खेले जा चुके हैं जिसमें तेज गेंदबाजों को पांच से कम की इकॉनामी दर से 466 विकेट मिले हैं । स्पिनरों को 334 विकेट मिले हैं और उनकी किफायत दर 4.2 रही है। एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने कहा, ‘दुबई में पिच से गेंदबाजों को शारजाह की तुलना में अधिक मदद मिलती है। तेज गेंदबाजों को यहां कामयाबी मिलती रही है जिसकी वजह से पाकिस्तान ने टीम में अधिक तेज गेंदबाज चुने हैं हालांकि उन्हें यहां ज्यादा मैच नहीं खेलने हैं।' 

पांच स्पिनरों को लेकर जाने की रणनीति भी समझ से परे हैं हालांकि चक्रवर्ती को उनके शानदार फॉर्म के कारण चुना गया। वह इसी मैदान पर हालांकि टी20 विश्व कप 2021 में नाकाम रहे थे। चैम्पियंस ट्रॉफी में लीग चरण में भारत को बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से खेलना है और इनमें से कोई चक्रवर्ती को पहले नहीं खेला है। जडेजा और अक्षर का खेलना लगभग तय है और चक्रवर्ती के खेलने पर कुलदीप को बाहर रहना पड़ सकता है। 

बुमराह के बाहर होने पर सिराज की जगह राणा को चुनने का कारण भी समझ से परे है जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे टूर्नामेंटों में आक्रामकता की जगह अनुभव काम आता है। कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि पुरानी गेंद से उतने प्रभावी नहीं होने के कारण सिराज को बाहर रखा गया। राणा ने टी20 में पदार्पण करके छठे गेंदबाज के तौर पर 33 रन देकर तीन विकेट लिये थे। वनडे में उन्होंने मैच के तीन चरणों में तीन स्पैल डाले। जायसवाल को बाहर रखने की भी वजह स्पष्ट नहीं है । क्या किसी स्पिनर को जगह देने के लिए एक सलामी बल्लेबाज को बाहर किया गया। 

इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में पहले वनडे में जायसवाल और श्रेयस अय्यर को साथ में उतारना मुश्किल था लेकिन विराट कोहली की चोट की वजह से परेशानी नहीं हुई। कोहली के वापिस आने के बाद जायसवाल दूसरे मैच से बाहर हो गए। रोहित के शतक के साथ फॉर्म में लौटने से भारतीय टीम प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। कोहली से फॉर्म में लौटने की उम्मीद है लेकिन उन पर ज्यादा दबाव नहीं डाला जाएगा। फिटनेस से जूझने वाले हार्दिक पंड्या पर भी जोखिम लिया गया है जो मोहम्मद शमी और अर्शदीप या राणा के साथ तीसरे स्पिनर हो सकते हैं। 


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Content Writer

Sanjeev

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