विश्व चैंपियन डी. गुकेश को ज़ाग्रेब में बड़ी सफलता, रैपिड खिताब किया अपने नाम

punjabkesari.in Saturday, Jul 05, 2025 - 06:53 AM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्कः क्रोएशिया के ज़ाग्रेब शहर में चल रहे सुपरयूनाइटेड रैपिड एंड ब्लिट्ज टूर्नामेंट में भारत के 19 वर्षीय विश्व शतरंज चैम्पियन डी. गुकेश ने रैपिड खिताब जीतकर एक बार फिर दिखा दिया कि वह अब विश्व मंच पर कितने मजबूत खिलाड़ी बन चुके हैं। यह टूर्नामेंट ग्रैंड चेस टूर 2025 का हिस्सा है और गुकेश ने रैपिड प्रारूप में 18 में से 14 अंक अर्जित करके यह खिताब अपने नाम किया।

पहले ही राउंड में हार, फिर पांच लगातार जीतें

गुकेश का अभियान कुछ मुश्किल शुरुआत के साथ शुरू हुआ जब उन्हें पहले राउंड में पोलैंड के जान-क्ज़ीष्टॉफ़ डूडा से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी करते हुए लगातार पांच मुकाबले जीत लिए, जिसमें सबसे चर्चित जीत विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन के खिलाफ चौथे राउंड में रही। इस जीत ने उन्हें टूर्नामेंट की लीड में पहुंचा दिया।

फाइनल राउंड में वेस्ली सो पर निर्णायक जीत

गुकेश ने आखिरी राउंड में अमेरिका के दिग्गज खिलाड़ी वेस्ली सो को 36 चालों में हराकर रैपिड खिताब पर मुहर लगा दी। इस जीत में उन्होंने प्रतिद्वंद्वी की एक छोटी सी गलती का फायदा उठाते हुए मुकाबले को अपने पक्ष में कर लिया।

उनका रैपिड रिकॉर्ड रहा: 6 जीत, 2 ड्रॉ और 1 हार — जो उनकी स्थिरता और दमदार खेल का सबूत है।

तीसरे दिन की झलक: संयम और रणनीति का प्रदर्शन

तीसरे दिन की शुरुआत डच ग्रैंडमास्टर अनीश गिरी के खिलाफ एक शांतिपूर्ण ड्रॉ के साथ हुई। उसके बाद क्रोएशिया के खिलाड़ी इवान शारिक के खिलाफ उन्होंने 87 चालों वाला लंबा मुकाबला खेला, जिसमें उन्होंने मार्शल गैम्बिट का उपयोग किया। यह मैच भी ड्रॉ रहा, लेकिन इससे यह स्पष्ट हो गया कि गुकेश हर मुकाबले में जीत के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं।

कार्लसन और डूडा की स्थिति

मैग्नस कार्लसन ने अंतिम दिन फैबियानो कारुआना के खिलाफ जीत से शुरुआत की, लेकिन अगले गेम में नोडिरबेक अब्दुसत्तारोव से ड्रॉ खेलकर वह गुकेश को चुनौती नहीं दे पाए। वहीं डूडा, जिन्होंने गुकेश को हराया था, उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और दूसरे स्थान पर रहे।

प्रज्ञानानंद का प्रदर्शन

भारत के एक और युवा सितारे आर. प्रग्गनानंदा का प्रदर्शन ज़ाग्रेब में अपेक्षाकृत धीमा रहा। उन्होंने 9 मैचों में सिर्फ एक जीत (इवान शारिक के खिलाफ) दर्ज की और 7 मुकाबले ड्रॉ खेले। उन्होंने कुल 9 अंक अर्जित किए। हालांकि इस चरण में उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा, लेकिन वह बुखारेस्ट चरण में विजेता और वारसॉ में तीसरे स्थान पर रह चुके हैं, जिससे वह ग्रैंड चेस टूर के समग्र रैंकिंग में अब भी प्रबल दावेदार बने हुए हैं।

अब ब्लिट्ज की बारी

इस टूर्नामेंट का ब्लिट्ज चरण शनिवार से शुरू होगा और 6 जुलाई को समाप्त होगा। रैपिड और ब्लिट्ज – दोनों प्रारूपों से अर्जित अंकों के आधार पर कुल विजेता का फैसला होगा।


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Content Writer

Pardeep

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