WTC Final : इन 11 खिलाड़ियों पर रहेंगी सबकी नजरें
punjabkesari.in Thursday, Jun 17, 2021 - 08:14 PM (IST)

नई दिल्ली : भारत और न्यूजीलैंड के बीच साऊथहैम्प्टन के मैदान पर विश्व टेस्ट चैम्प्यिनशिप का फाइनल मैच खेला जाएगा। खास बात यह है कि दोनों टीमों के प्लेयर इस समय अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में चल रहे हैं। आइए जानते हैं उन 11 खिलाड़ियों के बारे में जिनपर इस फाइनल मैच के दौरान बराबर नजर रहेगी।
बल्लेबाज
विराट कोहली : पिछली बार साउथेम्प्टन में विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच जीतने वाले 149 रन बनाए थे। टेस्ट मैचों में उनका औसत 53 है, जिसमें उनके नाम 27 शतक, 35 अर्धशतक हैं। वह सभी प्रारूपों में दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों में से एक हैं।
डेवोन कॉनवे : डेब्यू मैच में दोहरा शतक बनाने के बाद कॉनवे ने अर्धशतक लगाकर प्रभावित किया। वह रोरी बन्र्स के साथ मैन ऑफ द सीरीज चुने गए। वह फॉर्म में हैं और आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कप्तान की अच्छी पसंद होंगे।
केन विलियमसन : इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में कुछ खास नहीं किया लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के फैब 4 बल्लेबाजों में से एक हैं। टेस्ट में उनका औसत 53 है, जिसमें उनके नाम 24 शतक हैं। उनका भारत के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार है।
ऋषभ पंत : ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। वह इस साल की शुरुआत में महीने के आईसीसी खिलाड़ी भी थे। वह आईपीएल के दौरान भी बल्ले से शानदार फॉर्म में थे।
चेतेश्वर पुजारा : इंग्लैंड की परिस्थितियों में खेलने का अनुभव है क्योंकि उन्होंने काऊंटी सेटअप में हिस्सा लिया था। वह भारत के लिए कीवी गेंदबाजों के स्विंग के आगे मजबूती से खड़े होंगे।
ऑलराऊंडर
रवींद्र जडेजा : बल्ले, गेंद और अपने क्षेत्ररक्षण के साथ जडेजा का योगदान अच्छाा रहा है। वह टेस्ट के शीर्ष ऑलराउंडरों में से एक है।
रविचंद्रन अश्विन : ऑस्ट्रेलिया में बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने वाले अश्विन न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रभावी हो सकते हैं क्योंकि न्यूजीलैंड टीम में कई खिलाड़ी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जिनका विकेट लेना अश्विन को खासा पसंद है।
गेंदबाज
काइल जैमीसन : न्यूजीलैंड के दौरे पर गए भारतीय बल्लेबाजों को जैमीसन ने अपनी उछाल भरी गेंदों से परेशान किया था। वह एक बार फिर डब्ल्यूटीसी फाइनल में अहम खिलाड़ी होंगे।
ट्रेंट बोल्ट : बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बोल्ट यॉर्कर स्पैशलिस्ट हैं। टीम इंडिया के अधिकतम बल्लेबाजों को बाएं हाथ के गेंदबाज के आगे दिक्कत आती है। बोल्ट इसका फायदा उठाते रहे हैं।
जसप्रीत बुमराह : भारत की गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व एक बार फिर बुमराह के हाथ होगा। उनपर महत्वपूर्ण सफलता दिलाने और बल्लेबाजों को दबाव में लाने की जिम्मेदारी होगी।