5 फैक्ट्स जो न्यूजीलैंड को डब्ल्यू.टी.सी. चैम्पियन बनने के कारण बने
punjabkesari.in Thursday, Jun 24, 2021 - 08:13 PM (IST)

जालन्धर : विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम को उनकी कड़ी मेहनत ने जीत दिलाई। चैम्पिनशिप के तीन सालों के दौरान न्यूजीलैंड के क्रिकेटरों ने तीनों डायमैंशन में सक्रियता दिखाई जिसका परिणाम साऊथहैप्टमन में उन्हें जीत से मिला। आइए जानते हैं कि पांच उन फैक्ट्स के बारे में जो सीधे तौर पर न्यूजीलैंड को फायदा दे गए।
1. पिच से हासिल किया ज्यादा उछाल
न्यूजीलैंड के काइल जैमिसन चैम्पियनशिप में गेंद से सबसे ज्यादा उछाल लेने वाले दूसरे गेंदबाज रहे। होल्डर ने जहां विकेट से औसत बाऊंस 0.95 मीटर हासिल किया तो वहीं, जैमिसन 0.91 के साथ दूसरे स्थान पर रहे। ईशांत इस लिस्ट में 7वें स्थान पर रहे जिन्हें 0.85 मीटर औसतन उछाल मिला।
2. लगातार शॉर्ट बॉल फैंकने वाला बॉलर
नील वैगनर 2006 के बाद से अब तक पारी में औसतन 45 गेंदें शॉर्ट फैंक रहे हैं। इस लिस्ट में टीम इंडिया के गेंदबाज टॉप-10 में नहीं हैं। वैगनर ने औसतन 45.3 गेंदें शॉर्ट फैंकी हैं। डब्ल्यू.टी.सी. फाइनल में भी उन्होंने इसका भरपूर फायदा लिया। लिस्ट में स्टीवन फिन (46.6) पहले नंबर पर रहे।
3. स्लिप कैचों की एक्युरेसी सबसे ज्यादा
न्यूजीलैंड के फील्डरों की स्लिप में कैच पकडऩे की एक्युरेसी 90 फीसदी (सबसे ज्यादा) रही। टीम इंडिया 82 प्रतिशत के साथ छठे स्थान पर रहा। बड़ी बात यह रही कि श्रीलंका (83) और जिमबाब्वे (89) के फील्डर भी इस लिस्ट में भारत से आगे रहे। बांगलादेश (76) आखिरी स्थान पर रहा।
4. विदेशी पिचों पर असफल भारतीय बल्लेबाज
क्रिकेटर देश विदेश
रहाणे 42.9 43.3
रोहित 60.7 32.1
कोहली 42.4 25.7
पंत 41.3 36.0
पुजारा 28.3 25.2
कोहली अपने 71वें शतक की तलाश में जूझते हुए दिखे।
5. तीसरी पारी में मिली बढिय़ा स्विंग
मैच की तीसरी पारी में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों को औसतन 2.12 डिग्री तक स्विंग मिली जोकि चौथी पारी में भारतीय गेंदबाजों के आते ही 0.98 रह गई। टीम इंडिया के गेंदबाज पहली पारी में भी महज 1.01 डिग्री स्विंग ले पाए थे जबकि न्यूजीलैंड की औसत 2.17 डिग्री थी।