''गौतम गंभीर से छिनेगी हेड कोच की जिम्मेदारी या बने रहेंगे, BCCI ने ले लिया बड़ा फैसला
punjabkesari.in Friday, Nov 28, 2025 - 11:53 AM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर उठ रहे सवालों के बीच BCCI ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी भूमिका में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होगा। टेस्ट टीम की लगातार दो खराब होम सीरीज न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 और साउथ अफ्रीका के खिलाफ 0-2 की हार के बाद कोचिंग सेट-अप को लेकर चर्चाएं गरम थीं। हालांकि BCCI के सूत्रों ने साफ किया है कि गंभीर तीनों फॉर्मेट में ही टीम की कमान संभालते रहेंगे। उनकी अगुवाई में भारत ने सफेद गेंद फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है, जबकि टेस्ट क्रिकेट में चुनौतियां बढ़ी हैं।
BCCI का फैसला—गंभीर पर पूरी तरह भरोसा कायम
BCCI के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि बोर्ड फिलहाल कोचिंग में किसी भी बदलाव पर विचार नहीं कर रहा है। सूत्र ने कहा,
“गौतम गंभीर तीनों फॉर्मेट में हेड कोच बने रहेंगे। किसी तरह के नए फैसले पर चर्चा नहीं की जा रही है।” इस बयान ने उन अटकलों को खत्म कर दिया जो हाल में टीम इंडिया की टेस्ट परफॉर्मेंस खराब होने की वजह से फैली थीं। गंभीर ने जुलाई 2024 में हेड कोच का पद संभाला था और तब से वह सभी फॉर्मेट्स में भारतीय टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
टेस्ट क्रिकेट: भारत के लिए बढ़ती मुश्किलें
गंभीर की कोचिंग में भारत को पिछले 16 महीनों में तीन टेस्ट सीरीज़ हार का सामना करना पड़ा है, जिनमें से दो हार घर में आई हैं।
न्यूजीलैंड से 0-3 (घर में)
साउथ अफ्रीका से 0-2 (घर में)
ये हारें उस भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका हैं, जो करीब एक दशक तक घरेलू परिस्थितियों में लगभग अजेय रही थी। लगातार हारों ने भारत की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की राह को भी कठिन बना दिया है।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ शर्मनाक आंकड़े
दो टेस्ट मैचों की इस सीरीज़ में भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप रहे।
भारत का बैटिंग एवरेज: 15.23 — किसी भी टेस्ट सीरीज़ में भारत का दूसरा सबसे खराब औसत।
इससे पहले 2002/03 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में एवरेज: 12.42
सबसे चिंताजनक बात यह रही कि दोनों टेस्ट में कोई भारतीय बल्लेबाज शतक नहीं लगा सका। 1969/70 और 1995/96 के बाद यह तीसरा मौका है जब घरेलू टेस्ट सीरीज़ में एक भी भारतीय खिलाड़ी शतक नहीं मार पाया।
कौन रहा भारत का टॉप परफॉर्मर?
वाशिंगटन सुंदर – 124 रन, एवरेज 31.00
रवींद्र जडेजा – 105 रन
गेंदबाजी भी दबाव में रही और भारतीय बॉलर साउथ अफ्रीका की मजबूत बैटिंग लाइन-अप को रोक नहीं सके।
व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में गंभीर की कोचिंग सफल
हालांकि टेस्ट क्रिकेट में चुनौतियाँ बढ़ी हैं, लेकिन गंभीर की कोचिंग में भारत ने वनडे और T20 में शानदार प्रदर्शन किया है।
ODI और T20I में टीम लगातार बेहतर खेल दिखा रही है और कई युवा खिलाड़ियों ने उनके नेतृत्व में खुद को स्थापित किया है।
WTC की राह कठिन, लेकिन बोर्ड का भरोसा मजबूत
लगातार घरेलू सीरीज़ हारने के बावजूद BCCI का गंभीर पर भरोसा टीम को एक स्थिर दिशा देता है। बोर्ड का मानना है कि बदलाव करने के बजाय टीम को समय, स्थिरता और सही रणनीति के साथ आगे बढ़ने देना बेहतर है।

