सोमनाथ मंदिर में पूजा करने पहुंचे Hardik Pandya, टीम गंवा चुकी है लगातार 3 मुकाबले
punjabkesari.in Friday, Apr 05, 2024 - 08:58 PM (IST)
खेल डैस्क : मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या आखिरकार गुजरात के प्रभास पाटन में सोमनाथ मंदिर देखे गए। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें हार्दिक श्रद्धा के साथ मंदिर में भगवान की पूजा करते हुए दिखाई देते हैं। मुंबई इंडियंस के लिए बतौर कप्तान हार्दिक की शुरूआत अच्छी नहीं रही है। वह अब तक खेले गए तीनों मुकाबले गंवा चुके हैं। पांड्या फिलहाल 1 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स से मिली हार के बाद से ब्रेक पर हैं। वह 7 अप्रैल को घरेलू मैदान पर दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ एक्शन में लौटेंगे।
#WATCH | Gujarat: Indian Cricket Team all-rounder Hardik Pandya offers prayers at Somnath Temple.
— ANI (@ANI) April 5, 2024
Source: Somnath Temple Trust pic.twitter.com/F8n05Q1LSA
हार्दिक को आईपीएल ऑक्शन 2024 से पहले ही मुंबई इंडियंस ने गुजरात टाइटंस से ट्रेड किया था। बताया गया कि हार्दिक को 15 करोड़ की कीमत पर ट्रेड किया गया है। मुंबई प्रबंधन ने हार्दिक को लाते ही रोहित शर्मा की जगह टीम का कप्तान बना दिया। मुंबई इंडियंस प्रबंधन का यह फैसला टीम के फैंस को पसंद नहीं आया। क्रिकेट फैंस मानते हैं कि रोहित ने मुंबई को बतौर कप्तान पांच खिताब दिलाए हैं। उन्हें अचानक इसे कप्तानी से हटाना सही फैसला नहीं है। फैंस ने हार्दिक को भी घेरा। माना गया कि हार्दिक ने मुंबई इंडियंस में आने के लिए कप्तानी पद देने की ही शर्त रखी थी।
VIDEO | Cricketer Hardik Pandya (@hardikpandya7) offers prayers at Somnath Temple, Gujarat.
— Press Trust of India (@PTI_News) April 5, 2024
(Source: Third Party) pic.twitter.com/NoWVJGCGxO
बहरहाल, हार्दिक पांड्या और रोहित शर्मा एक ही टीम में खेल रहे हैं। मुंबई इंडियंस अपने पहले तीनों मुकाबले गंवा चुकी है। वह अंक तालिका में 10वें स्थान पर है। अब वह दिल्ली के खिलाफ उतरेगी जोकि सीजन के 4 में से 3 मुकाबले गंवा चुकी है। बता दें कि हार्दिक ने मुंबई के साथ साल 2015 में जुड़े थे। इस दौरान वह मुंबई के लिए बतौर प्लेयर 4 खिताब जीतने वाले प्लेयर रहे। 2022 में हार्दिक गुजरात टाइटंस के कप्तान बने और पहले ही सीजन में टीम का चैम्पियन बना दिया। अगले सीजन में वह टीम को फाइनल तक भी ले गए। हार्दिक का गुजरात को छोड़ना फिलहाल उन्हें फलता हुआ नहीं दिख रहा है।