शिखर धवन ED मुख्यालय पहुंचे, अवैध सट्टेबाजी ऐप मामले में ''गब्बर'' से पूछताछ
punjabkesari.in Thursday, Sep 04, 2025 - 12:33 PM (IST)

नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह कथित अवैध 1xBet सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन से पूछताछ शुरू कर दी। ED ने गुरुवार सुबह 11 बजे धवन को ED मुख्यालय में तलब किया था ताकि मामले में उनका बयान दर्ज किया जा सके और प्रचार और विज्ञापनों के माध्यम से ऐप से उनके कथित संबंधों का पता लगाया जा सके।
धवन से ED मुख्यालय पहुंचने के तुरंत बाद पूछताछ शुरू हुई और उन्हें जांचकर्ताओं के सामने पेश किया गया। इससे पहले, संघीय एजेंसी ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना से भी पूछताछ की थी। इस व्यापक जांच में विभिन्न मशहूर हस्तियों और प्रभावशाली लोगों को शामिल किया गया है जिन्होंने इन प्लेटफॉर्म्स का प्रचार किया हो सकता है, जिन पर कथित कर चोरी और निवेशकों को ठगने का संदेह है और इसमें अभिनेताओं और क्रिकेटरों सहित अन्य प्रमुख हस्तियां भी शामिल हैं।
यह मामला भारत में संचालित एक कथित अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़ा है, जिस पर मनी लॉन्ड्रिंग, कर चोरी और अपने एल्गोरिदम में हेराफेरी का संदेह है। ED धवन और रैना सहित इन ऐप्स का समर्थन करने वाले मशहूर हस्तियों की जांच कर रहा है ताकि उनके वित्तीय लेन-देन और प्लेटफॉर्म की गतिविधियों के बारे में उनकी जानकारी स्पष्ट की जा सके।
VIDEO | Delhi: Former cricketer Shikhar Dhawan arrives at Enforcement Directorate (ED) office.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 4, 2025
The ED had summoned Dhawan for questioning in an alleged illegal betting app-linked money laundering case, official sources said. The federal probe agency will record his statement… pic.twitter.com/Oemq6zh4CN
यह जांच अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के खिलाफ कई जांचों में से एक है। पिछले महीने ED ने Parimatch नामक एक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ इसी तरह की जांच के सिलसिले में कई राज्यों में छापेमारी की थी। एजेंसी अवैध सट्टेबाजी ऐप्स से जुड़े कई ऐसे मामलों की जांच कर रही है जिन पर कई लोगों और निवेशकों को करोड़ों रुपए की ठगी करने या भारी मात्रा में कर चोरी करने का आरोप है।
बाजार अनुसंधान एजेंसियों और जांच निकायों का अनुमान है कि लगभग 22 करोड़ भारतीय विभिन्न ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स का उपयोग करते हैं, जिनमें से लगभग आधे (लगभग 11 करोड़) नियमित उपयोगकर्ता हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत के ऑनलाइन सट्टेबाजी बाजार का मूल्य 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर 30 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त सरकार ने संसद को सूचित किया कि 2022 और जून 2025 के बीच उसने ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ प्लेटफार्मों को अवरुद्ध करने के लिए 1,524 निर्देश जारी किए हैं।