ट्रेंट बोल्ट को पहली गेंद पर छक्का मारने वाले वैंकटेश अय्यर कौन हैं, जानें-
punjabkesari.in Thursday, Sep 23, 2021 - 11:36 PM (IST)

नई दिल्ली : मुंबई इंडियंस के खिलाफ अपने दूसरे ही मैच में वेंकटेश अय्यर का बल्ला खूब चला। उन्होंने 30 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्कों की मदद से 53 रन बनाए। इससे पहले डैब्यू मुकाबले में भी आरसीबी के खिलाफ 41 रन बनाए थे। मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट को पहली ही गेंद पर छक्का मारने वाले अय्यर मेधावी छात्र भी है। उनके पास सीए की डिग्री है। अभी एमबीए कर रहे हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में-
अय्यर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि मैं एक मेधावी छात्र था, जिसका झुकाव टीचरों की ओर था। रूढि़वादी दक्षिण भारतीय परिवार में माता-पिता बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करते हैं। लेकिन मेरे मामले में मेरी मां ने मुझे क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया। ईमानदारी से- मैंने खेलना शुरू किया जब मेरी मां अक्सर मुझे किताबों के साथ घर के अंदर रहने के बजाय बाहर निकलने के लिए कह देती थी।
अय्यर शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करते हैं और घरेलू सर्किट में मध्य प्रदेश के लिए मध्यम गति से गेंदबाजी करते हैं। अय्यर ने चार्टर्ड अकाऊंटेंसी के साथ बी.कॉम की डिग्री की है। 2016 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद अय्यर को फैसला करना था कि वह सीए फाइनल की तैयारी करे या क्रिकेट पर ध्यान दें। अय्यर तब तक मध्य प्रदेश की सीनियर टीम के लिए टी-20 और 50 ओवर डेब्यू कर चुके थे। वह राज्य की अंडर-23 टीम के कप्तान थे।
अय्यर कहते हैं- मैंने अपना सीए छोड़कर फाइनांस में एमबीए करने का फैसला किया। मैंने बहुत सारी प्रवेश परीक्षाएं दीं, अच्छे अंक प्राप्त किए, और एक अच्छे कॉलेज में दाखिला लिया। मैं भाग्यशाली था कि प्रबंधन को मेरा क्रिकेट पसंद था। उन्होंने देखा कि मैं अच्छा कर रहा था और मेरी उपस्थिति का ध्यान उन्होंने रखा। मेरे नोट बनाने और परीक्षा के समय का उन्होंने ध्यान रखा।
अय्यर बोले- ईमानदारी से कहूं तो मुझे दोनों को मैनेज करने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। मैं डींग नहीं मार रहा हूं, मैं हमेशा एक मेधावी छात्र रहा हूं। मैं अपने क्रिकेट के बारे में ऐसा नहीं कह सकता। अगर क्रिकेट नहीं होता तो मैं एक आई.टी.टी. या आई.आई.एम. में उतर जाता। यदि प्रशिक्षण या कक्षाओं की बात आती है, तो मैं अक्सर प्रशिक्षण चुनता था, क्योंकि मेरी पकडऩे की शक्ति अच्छी थी। लेकिन अगर मैं सिर्फ दो घंटे के लिए कॉलेज जाता, तो मैं सुनिश्चित करता कि मेरा ध्यान पूरी तरह से पढ़ाई पर होता था।
अय्यर ने 2015 से घरेलू सर्किट में पैर रखा। उन्होंने 2020-21 सीजन के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में रन-चार्ट में शीर्ष स्थान हासिल किया जिसमें उन्होंने 5 पारियों में 75.66 की औसत और 149.34 की स्ट्राइक रेट से 227 रन बनाए। फिर विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के खिलाफ 146 गेंदों में 198 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसने मध्य प्रदेश को 3 विकेट पर 402 रन बनाने में मदद की।
वैंकटेश अय्यर का क्रिकेट करियर
फर्स्ट क्लास : मैच 10, रन 545, औसत 36, अर्धशतक 6, विकेट 7
लिस्ट ए : मैच 24, रन 849, औसत 47, शतक 1, अर्धशतक 3, विकेट 10
टी-20 : मैच 39, रन 765, औसत 38, अर्धशतक 2, विकेट 21
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