बड़ा रिकॉर्ड : चेपॉक में Delhi Capitals ने गंवाए लगातार 6 मुकाबले, मथीशा पथिराना ने भी चौकाया
punjabkesari.in Thursday, May 11, 2023 - 12:48 AM (IST)
खेल डैस्क : दिल्ली कैपिटल्स के लिए चेन्नई के चेपॉक मैदान का किला भेदना मुश्किल होता जा रहा है। चेन्नई और दिल्ली की टीमों इस मैदान पर 8 बार आमने-सामने हो चुकी हैं। जिसमें चेन्नई की टीम ने लगातार छह बार जीत हासिल की है। हालांकि दोनों टीमों के बीच शुरूआती दो मुकाबले दिल्ली ने जीते थे लेकिन इसके बाद चेन्नई लगातार चेपॉक के मैदान पर विजय पताका फहराते हुए नजर आ रही है।
देखें चेपॉक में हुए मैचों का रिकॉर्ड-
पहला मैच : चेन्नई और दिल्ली पहली बार सीजन 2008 में इस पिच पर 2 मई को आमने-सामने हुए थे। दिल्ली यह मुकाबला 8 विकेट से जीतने में सफल रही थी।
दूसरा मैच : अप्रैल 2010 में चेन्नई ने यहां पहले खेलते हुए महज 112 रन बनाए थे। जवाब में दिल्ली ने छह विकेट से मैच जीत लिया था।
तीसरा मैच : मई 2011 में चेन्नई ने 18 रन से जीत हासिल की थी।
चौथा मैच : मई 2012 में चेन्नई 9 विकेट से जीती।
5वां मैच : मई 2013 में चेन्नई 33 रन से विजयी रही।
छठा मैच : अप्रैल 2015 में चेन्नई ने 1 रन से विजयी रही।
7वां मैच : मई 2019 में चेन्नई ने 80 रन से मुकाबला जीता था। चेन्नई ने पहले खेलते हुए 179 रन बनाए थे जिसके जवाब में दिल्ली 99 रन पर ही लुढ़क गई थी।
8वां मैच : मई 2023 में चेन्नई ने पहले खेलते हुए 167 रन बनाए। जवाब में दिल्ली 140 रन ही बना पाई और 27 रन से मैच गंवा दिया।
अगर चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना की बात की जाए तो वह इस सीजन में सर्वश्रेष्ठ डैथ बॉलिंग कर रहे हैं। उन्होंने अब तक डैथ ओवर्स में सबसे ज्यादा 12 विकेट लिए हैं। उनकी इकोनमी 7.86 रही है जोकि दूसरे स्थान पर काबिज तुषार देशपांडे से कहीं अच्छी है। चेन्नई के ही तेज गेंदबाज तुषार ने डैथ ओवर्स में 12.49 की इकोनमी से रन देते हुए 10 विकेट लिए हैं। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हर्षल पटेल है जिन्होंने 11.24 की इकोनमी से रन देते हुए 8 विकेट हासिल किए हैं।
वहीं, प्लेयर ऑफ द मैच बने रवींद्र जडेजा ने मैच के बाद दिल्ली के खिलाफ चेन्नई की रणनीति पर भी बात की। जडेजा ने कहा कि इस पिच पर एक स्पिनर के रूप में जब आप गेंद को टर्न होते देखते हैं तो अच्छा लगता है। हम यहां अभ्यास करते रहते हैं और हम जानते हैं कि यहां आदर्श लंबाई और गति क्या है। इस पिच पर हमेशा मेहमान टीम को अनुकूल होने के लिए समय चाहिए। हम घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठा रहे हैं। हर कोई अपना काम कर रहा है। हम सामूहिक रूप से अच्छा काम कर रहे हैं।