स्क्रीन टाइम कम करने के लिए पकड़ाई शतरंज, मात्र 3 साल की उम्र में ये भारतीय बच्चा बन गया FIDE खिलाड़ी

punjabkesari.in Friday, Dec 05, 2025 - 02:37 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारत ने एक बार फिर शतरंज की दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया है। मध्य प्रदेश के सागर जिले के मात्र 3 साल 7 महीने 20 दिन के सर्वज्ञ सिंह कुशवाहा ने अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) की आधिकारिक रेटिंग हासिल कर नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया। यह उपलब्धि उन्हें दुनिया का सबसे कम उम्र का FIDE रेटेड चेस खिलाड़ी बनाती है। इससे पहले कोलकाता के अनीश सरकार के नाम यह रिकॉर्ड था, जिसे सर्वज्ञ ने पीछे छोड़ दिया। उनकी उम्र ही नहीं, बल्कि उनका खेल स्तर भी दुनिया को चौंका रहा है। 

दुनिया का नया ‘नन्हा ग्रैंडमास्टर’ : सर्वज्ञ ने बनाया इतिहास

सर्वज्ञ सिंह कुशवाहा ने न सिर्फ कम उम्र में FIDE रेटिंग हासिल की, बल्कि उस प्रदर्शन स्तर को भी पार किया, जिसकी आवश्यकताएँ कई अनुभवी खिलाड़ी भी लंबे समय के बाद पूरी कर पाते हैं। किसी भी खिलाड़ी को FIDE रेटिंग तब मिलती है, जब वह कम से कम एक अंतरराष्ट्रीय रेटेड खिलाड़ी को मात दे। सर्वज्ञ ने तीन रेटेड खिलाड़ियों को हराकर यह शर्त आसानी से पूरी कर ली।

लाजवाब प्रदर्शन से पार की 1400 की रेटिंग बाधा 

मध्य प्रदेश और मंगलुरु में खेले गए विभिन्न टूर्नामेंटों में सर्वज्ञ ने लगातार उत्कृष्ट जीत दर्ज कीं। इन जीतों ने उन्हें 1400 की आवश्यक रेटिंग मार्क के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। आज उनका FIDE रैपिड रेटिंग 1572 है—एक ऐसा स्कोर, जिसे हासिल करने में अनुभवी खिलाड़ियों को भी वर्षों लग जाते हैं। यह दर्शाता है कि सर्वज्ञ सिर्फ उम्र का कमाल नहीं, बल्कि असाधारण कौशल का भी उदाहरण हैं।

घर से शुरू हुई सीख, बन गया विश्व रिकॉर्ड का सफर

सर्वज्ञ की यह यात्रा बेहद सामान्य रूप से शुरू हुई। उनके माता-पिता सिद्धार्थ और श्रुति सिंह ने सिर्फ उनका स्क्रीन टाइम कम करने के लिए शतरंज सिखाना शुरू किया था। लेकिन जल्द ही उन्होंने महसूस किया कि सर्वज्ञ मोहरों को बस चल ही नहीं रहे, बल्कि उसकी रणनीति भी समझ रहे हैं।

पिता सिद्धार्थ बताते हैं, “कभी सोचा नहीं था कि यह शौक इतनी बड़ी उपलब्धि में बदल जाएगा। गर्व शब्दों से परे है।” मां श्रुति कहती हैं कि सर्वज्ञ ने खेल को सहजता और खुशी के साथ अपनाया। परिवार का सपना अब यह है कि एक दिन वह भारत के लिए ग्रैंडमास्टर बने।

नर्सरी का बच्चा, लेकिन तैयारी चैंपियन जैसी

जहाँ इस उम्र के बच्चे नर्सरी में अक्षर सीखते हैं, वहीं सर्वज्ञ ने केवल छह महीनों की संरचित ट्रेनिंग के बाद अपना पहला रेटेड खिलाड़ी हराया। वे रोज लगभग चार घंटे ट्रेनिंग करते हैं। उनके मार्गदर्शक नितिन चौरसिया (पर्सनल कोच), आकाश प्यासी (नेशनल इंस्ट्रक्टर) हैं। कोचिंग के इस अनुशासित माहौल ने सर्वज्ञ को कम उम्र में बड़ी उपलब्धि दिलाने में निर्णायक भूमिका निभाई। 

पुराना रिकॉर्ड टूटा, भारत की नई प्रतिभा उभरी

सर्वज्ञ ने पश्चिम बंगाल के अनीश सरकार के रिकॉर्ड (3 साल 8 महीने 19 दिन) को पीछे छोड़ दिया। यह दिखाता है कि भारत में चेस की नई प्रतिभाओं की लहर तेजी से बढ़ रही है। देश का चेस ग्राफ लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है।


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Content Writer

Sanjeev

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